इंदौर में पहलवान ने कुश्ती जीती तो खुशी में कोच को आ गया अटैक, हो गई मौत
MP News: एमपी इंदौर में महापौर कुश्ती का आयोजन किया गया था। एक पहलवान ने जैसे ही सेमीफाइनल जीता तो उसके कोच को खुशी जाहिर करते समय अटैक आ गया।
एमपी इंदौर में महापौर कुश्ती का आयोजन किया गया था। एक पहलवान ने जैसे ही सेमीफाइनल जीता तो उसके कोच को खुशी जाहिर करते समय अटैक आ गया। उन्हें उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। जब पहलवान को इस बात की जानकारी लगी तो उन्होंने फाइनल कुश्ती लड़ने से मना कर दिया। जिसके बाद दूसरे पहलवान को विजेता घोषित कर दिया गया।
क्या है मामला
इस संबंध में संयोगितागंज टीआई तहजीब काजी के अनुसार इंदौर में महापौर केसरी के लिए कुश्ती का आयोजन किया गया था। यह कुश्ती छोटा नेहरू स्टेडियम में खेली जा रही थी। कुश्ती के सेमीफाइनल मुकाबले में आजित नामक पहलवान को रेहान नामक पहलवान ने हरा दिया और फाइनल में प्रवेश कर गया। वहां पर मौजूद अमरदीप पुत्र सत्यनारायण 40 वर्ष जो रेहान के कोच बताए गए हैं वह खुशी से झूमने लगे। इस दौरान उनके सीने में जोरदार दर्द हुआ और वह पीछे की ओर गिर गए। वहां पर मौजूद लोगों द्वारा उन्हें उपचार के लिए एम्बुलेंस से महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय भिजवाया गया। किन्तु चिकित्सकों द्वारा उनको मृत घोषित कर दिया गया।
पहलवान ने नहीं खेला फाइनल
जैसी ही इसकी जानकारी पहलवान रेहान को लगी कि उनके कोच अमरदीप को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया है तो वह दुखी हो गए और उन्होंने फाइनल खेलने से इंकार कर दिया। बताया गया है कि अमरदीप चार दिन पहले ही इस आयोजन के चलते ग्वालियर से इंदौर पहुंचे थे। यहां पर वह छोटी ग्वालटोली इलाके में ठहरे हुए थे। मामले की जांच पुलिस द्वारा की जा रही है। रेहान के फाइनल खेलने से इंकार करने के बाद दूसरे पहलवान राज संगाते को महापौर केसरी घोषित किया गया।
कोच भी करते थे पहलवानी
बताया गया है कि कुश्ती के दौरान फाइनल में पहुंचे रेहान के कोच अमरदीप मूल रूप से ग्वालियर के समीप एक छोटे से गांव के रहने वाले हैं। उनके द्वारा कुश्ती सीखते हुए कई अवार्ड भी हासिल किए गए थे। कुश्ती छोड़ने के बाद वह खेती का कार्य करने लगे थे। पुलिस के मुताबिक उनके शव को ग्वालियर भेजा जाएगा। वहीं पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।