इंदौर का देवी अहिल्या विश्वविद्यालय नई शिक्षा नीति के आधार पर जारी करेगा कॉलेजों को सम्बद्धता
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में पहली बार नई शिक्षा नीति के तहत कॉलेजों को सम्बद्धता प्रदान की जाएगी। यह प्रक्रिया ऑनलाइन माध्यम से होगी। यूनिवर्सिटी द्वारा फरवरी से नई सम्बद्धता और नवीनीकरण के प्रक्रिया की शुरुआत की जाएगी।
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में पहली बार नई शिक्षा नीति के तहत कॉलेजों को सम्बद्धता प्रदान की जाएगी। यह प्रक्रिया ऑनलाइन माध्यम से होगी। यूनिवर्सिटी द्वारा फरवरी से नई सम्बद्धता और नवीनीकरण के प्रक्रिया की शुरुआत की जाएगी। इस दौरान यूनिवर्सिटी द्वारा यह देखा जाएगा कि जिन नए वोकेशनल विषयों को शुरू किया गया है उनका स्टेट्स क्या है। जिन कॉलेजों में सीटों में इजाफा किया गया है वहां कोड 28 में नई फैकल्टी की नियुक्ति की गई है या नहीं। नए वोकेशनल विषयों के हिसाब से फैकल्टी नियुक्त की गई हैं या नहीं।
डीएयू की टीम करेगी निरीक्षण
नवीनीकरण या सम्बद्धता देने से पहले देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (डीएवीवी) द्वारा कॉलेजों का निरीक्षण किया जाएगा। जिन कॉलेजों द्वारा इसके लिए आवेदन किया जाएगा वहां कॉलेजों की टीम पहुंचकर मौका मुआयना करेगी। बताया गया है कि दिसम्बर माह में नए कॉलेजों को शासन के समक्ष एनओसी के लिए अप्लाय करना है। उसके बाद जनवरी माह तक कॉलेजों को एनओसी जारी की जाएगी। डीएवीवी द्वारा कॉलेजों को सम्बद्धता के लिए आवेदन हेतु फरवरी माह में समय दिया जाएगा। इसके बाद मार्च से मई के बीच निरीक्षण किए करने के बाद 31 मई तक कॉलेजों को डीएवीवी द्वारा सम्बद्धता प्रदान की जाएगी।
वीडियो रिकॉर्डिंग भी होगी
गत वर्षों में जहां देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी द्वारा कॉलेजों को बगैर निरीक्षण के ही सम्बद्धता जारी कर दी गई थी तो वहीं अब इसमें इस वर्ष काफी सख्ती बरती जाएगी। यूनिवर्सिटी के अधिकारियों की मानें तो इस बार आवेदन करने वाले समस्त महाविद्यालयों में टीम द्वारा निरीक्षण किया जाएगा। जिसकी बकायदे वीडियो रिकार्डिंग भी की जाएगी। डायरेक्टर ऑफ कॉलेज डेवलपमेंट काउंसिल की मानें तो विशेषज्ञों की टीम बनाकर महाविद्यालयों में पूर्ण प्रक्रिया के साथ सम्बद्धता देने से पहले निरीक्षण किया जाएगा। देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार अनिल शर्मा के मुताबिक छात्रों को कॉलेजों में ज्यादा सुविधाएं मिल सकें इस पर फोकस रहेगा। इसी के मद्देनजर नवीनीकरण व सम्बद्धता देने से पहले यूनिवर्सिटी की टीम द्वारा निरीक्षण किया जाएगा। जिसमें कॉलेजों में फैकल्टी की संख्या और कॉलेज कोड 28 में चयन पर फोकस रहेगा। इस दौरान कॉलेजों में साइंस लैब, कम्प्यूटर की संख्या, लाइब्रेरी, भवन आदि पर भी टीम द्वारा ध्यान दिया जाएगा।