Gorilla Technique से दंगा कराकर इंदौर को दहलाने की साजिश, 4 गिरफ्तार
सोशल मीडिया में ग्रुप बनाकर इंदौर की शांति और सांप्रदायिक सौहार्द खराब करने का षड्यंत्र रचने वालों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
मध्य प्रदेश के इंदौर में शहर की शान्ति और सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की साजिश रचने वाले 4 लोगों को खजराना पुलिस ने गिरफ्तार किया है. ये सभी आरोपी भीड़ जुटाकर और सोशल मीडिया में ग्रुप बनाकर अपने शहर की शांति व्यवस्था भंग करने के लिए गोरिल्ला तकनीक से दंगा भड़काने की साजिश रच रहें थें.
खजराना पुलिस को इनके पास से कुछ अहम सबूत भी मिले हैं. सभी आरोपी शहर के अलग अलग इलाकों के रहने वाले हैं. सभी के मोबाइल पुलिस ने जब्त कर लिए हैं.
दंगा भड़काने की रची जा रही थी साजिश
इंदौर पुलिस को खुफिया एजेंसियों की तरफ से सूचना मिली थी कि शहर में कुछ लोग गोरिल्ला तकनीक से दंगा भड़काने की साजिश रच रहें हैं. कुछ भड़काऊ संदेश कुछ ग्रुप में प्रसारित किए जा रहे है. इनपुट के आधार पर शनिवार की रात खजराना पुलिस ने आरोपियो को गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस को जानकारी मिली थी कि एक इलाके में कुछ लोगों का एक वॉट्सऐप ग्रुप है, जो लगातार अन्य लोगों को भड़काने का काम कर रहा है. पिछले दिनों लोगों द्वारा सेंट्रल कोतवली थाने का घेराव कर रानीपुरा क्षेत्र में हंगामा किया गया था. इसके बाद पुलिस ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी. पुलिस ने इरफान, अल्तमस, सैय्यद और जावेद को हिरासत में लिया और उनसे पूछताछ शुरू कर दी.
गोरिल्ला तकनीक से दंगा भड़काने की साजिश
पुलिस ने गिरफ्तार किए गए आरोपियों के मोबाइल खंगाले तो पता चला कि इंदौर में गोरिल्ला तकनीक से दंगा भड़काने की साजिश रची जा रही है. गोरिल्ला तकनीक का तात्पर्य है कि एक समय में एक स्थान पर वारदात को अंजाम देना और पुलिस के आने के पहले ही वह से रफूचक्कर होकर दूसरे स्थान में वारदात करना. यही काम सिलसिलेवार तरीके से करना और गायब हो जाना.
पुलिस को आरोपियों के द्वारा बताई जानकारी के कई अहम ठोस सबूत उनके मोबाइल में भी मिले. आरोपियों के निशाने पर हिंदूवादी रैली और संगठन थे, वह इन्हे निशाना बनाकर ही दंगे भड़काना चाहते थे.