टाइगर रिजर्व में बाघों की सुरक्षा को लेकर कराया जा रहा सर्वे, पन्ना सहित चार टाइगर रिजर्व की देखेंगे व्यवस्था : MP NEWS
उमरिया। मध्यप्रदेश के चार टाइगर रिजर्व में बाघों की सुरक्षा के साथ व्यवस्था को लेकर सर्वे कार्य कराया जा रहा है। यह जिम्मेदारी डब्ल्यूआईआई देहरादून को सौंपी गई है। जहां चार टाइगर रिजर्व की व्यवस्था की समीक्षा करेंगे। इसी सिलसिले में केरल के रिटायर्ड पीसीसीएफ अनिल भारद्वाज बांधवगढ़ पहुंचे। उनके साथ मध्यप्रदेश के प्रमुख सचिव वन अशोक वर्णवाल भी यहां आए।
उमरिया। मध्यप्रदेश के चार टाइगर रिजर्व में बाघों की सुरक्षा के साथ व्यवस्था को लेकर सर्वे कार्य कराया जा रहा है। यह जिम्मेदारी डब्ल्यूआईआई देहरादून को सौंपी गई है। जहां चार टाइगर रिजर्व की व्यवस्था की समीक्षा करेंगे। इसी सिलसिले में केरल के रिटायर्ड पीसीसीएफ अनिल भारद्वाज बांधवगढ़ पहुंचे। उनके साथ मध्यप्रदेश के प्रमुख सचिव वन अशोक वर्णवाल भी यहां आए।
बताया गया है कि जंगल में जानवारों की सुरक्षा के लिए समीक्षा के पैंलीस बिंदु तय किए गए थे जिस पर केरल से आए पूर्व पीसीसीएफ अनिल भारद्वाज ने बांधवगढ़ के अधिकारियों से चर्चा की। इसके अलावा रेग्युलर फारेस्ट के अधिकारियों से भी उन्हें ने सामान्य वन मंडल के बारे में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने अधिकारियों से निर्धारित पैंतालीस बिंदुओं के जवाब मांगे गए हैं।
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व पहुंचे
बताया गया है कि कान्हा टाइगर रिजर्व की समीक्षा करने के बाद अधिकारी बांधवगढ़ पहुंचे थे। इसके बाद सेवा निवृत्त पीसीसीएफ सतपुड़ा टाइगर रिवर्ज के लिए रवाना हो गये। इसके बाद वह पन्ना टाइगर रिजर्व भी जायेंगें। बताया गया है कि बांधवगढ़ को पहले महत्व दिया गया है क्योंकि यहां पर बाघों की संख्या ज्यादा है। केरल से आए रिटायर्ड पीसीसीएफ ने बांधवगढ़ के कुछ हिस्सों को अपनी आंखों से जरूर देखा लेकिन उन्हें वे स्थान दिखाए गए जहां समस्याएं ज्यादा नहीं थी। जबकि कई ऐसे स्थान हैं जहां समस्याएं बहुत ज्यादा है और सुरक्षा कर्मियों के पास सुविधाएं बिल्कुल नहीं है। सुरक्षा के लिए संसाधनों की आवश्यकता होती है और संसाधन मुहैया कराना तो अब अवसर बनकर रह गया है।