मध्यप्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 4 जंगली हाथियों की मौत, 48 घंटे के अंदर 8 हाथियों की जान गई
मध्यप्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 48 घंटों के अंदर 8 हाथियों की मौत से हड़कंप मच गया है। हाथियों की मौत का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है, जांच जारी है।
मध्य प्रदेश के उमरिया स्थित बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में पिछले 48 घंटों में 8 हाथियों की मौत हो गई है। यह घटना देश में पहली बार हुई है जब इतने कम समय में इतने हाथियों की मौत हुई हो। हाथियों की मौत का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन जहर खुरानी की आशंका जताई जा रही है।
कई टीमें जांच में जुटी
हाथियों की मौत के मामले की जांच के लिए कई टीमें गठित की गई हैं। स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स, वाइल्डलाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो (WCCB) और नेशनल टाइगर कंजरवेटर अथॉरिटी (NTCA) की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं और जांच में जुटी हुई हैं।
जहर खुरानी की आशंका
प्रारंभिक जांच में हाथियों की मौत का कारण कोदो की विषाक्तता माना जा रहा है। हालांकि, यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि हाथियों को जानबूझकर जहर दिया गया या फसल में कीटनाशक के कारण ऐसा हुआ।
रिसॉर्ट संचालकों पर भी शक
सूत्रों के मुताबिक, रिसॉर्ट संचालकों पर भी शक जताया जा रहा है। हालांकि, इस बारे में अभी तक कोई ठोस सबूत नहीं मिला है।
5 किमी के दायरे में होगी जांच
वन विभाग घटनास्थल के 5 किमी के दायरे में जांच कर रहा है। इस दौरान खेतों और जलस्रोतों के नमूने लिए जा रहे हैं। पार्क में आने-जाने वाले लोगों का भी रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है।
हाथियों की आबादी में कमी
पूर्व केंद्रीय वन मंत्री जयराम रमेश ने कहा है कि इस घटना से बांधवगढ़ में हाथियों की आबादी 10% कम हो गई है। बांधवगढ़ में अभी 70 से 80 जंगली हाथी हैं।