MP में धनतेरस पर तूफान 'दाना' का असर: रीवा-सागर, जबलपुर-शहडोल संभाग में 3 दिन बारिश की संभावना, ठिठुरन भी बढ़ेगी
मध्यप्रदेश में चक्रवाती तूफान 'दाना' का असर धनतेरस पर दिखेगा। जबलपुर, शहडोल, रीवा और सागर संभाग में अगले तीन दिन बारिश और ठंडी हवाओं का अलर्ट जारी, तापमान में गिरावट से सर्दी में इजाफा होगा।
मध्यप्रदेश में इस बार धनतेरस के अवसर पर मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। मौसम विभाग ने 27 से 29 अक्टूबर के बीच राज्य के पूर्वी जिलों, विशेषकर जबलपुर, शहडोल, रीवा और सागर संभाग में बारिश का अलर्ट जारी किया है। 29 अक्टूबर को धनतेरस पर चक्रवाती तूफान 'दाना' के प्रभाव से इन जिलों में बूंदाबांदी हो सकती है, जिससे ठंड में इजाफा होगा।
मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात तूफान 'दाना' के असर से हवा की गति में तेजी आएगी और प्रदेश के कई जिलों में बारिश हो सकती है। वर्तमान में कई जिलों में हवा की गति 10 से 20 किमी प्रतिघंटा है, जो तूफान के कारण और तेज हो सकती है। शनिवार को इंदौर, भोपाल, उज्जैन, जबलपुर और ग्वालियर जैसे प्रमुख शहरों में मौसम साफ और धूप खिली रहने की संभावना है, लेकिन रविवार से मौसम में बदलाव दिखना शुरू हो जाएगा।
किन जिलों में रहेगा तूफान का प्रभाव
चक्रवात तूफान 'दाना' का असर सबसे ज्यादा सागर, दमोह, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, मैहर, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला, बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा और पांढुर्णा जैसे जिलों में दिखेगा। इन क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ बारिश का अनुमान है।
28 और 29 अक्टूबर को जबलपुर, कटनी, बालाघाट, सीधी, सिंगरौली, रायसेन, नरसिंहपुर और बैतूल में भी गरज-चमक और बूंदाबांदी की स्थिति बनी रहेगी।
मौसम में तीन तरह के बदलाव
मध्यप्रदेश में इस समय तीन तरह के मौसम का असर दिख रहा है। सुबह से लेकर दोपहर तक हल्की ठंड रहती है, जबकि दिन में धूप तेज होती है और रात में फिर से ठंड बढ़ जाती है। इसके साथ ही बदलते मौसम से कई लोगों की सेहत पर भी असर पड़ा है।
गुरुवार-शुक्रवार की रात भोपाल, इंदौर, बैतूल और ग्वालियर जैसे शहरों में तापमान 17 से 20 डिग्री सेल्सियस के बीच रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से कम है। दिन में तापमान 30 डिग्री के पार जा रहा है, जिससे दिन और रात के तापमान में बड़े अंतर के कारण स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं।
तूफान का अन्य राज्यों पर प्रभाव
मौसम विभाग के अनुसार, तूफान 'दाना' का असर ओडिशा, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु और पुडुचेरी में भी प्रमुखता से दिखाई देगा। ओडिशा में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (ODRF) की कई टीमें तैनात की गई हैं। सरकार ने 14 जिलों में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए हैं और करीब 10 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है।
मानसून की विदाई और सिस्टम की सक्रियता
प्रदेश में मानसून की विदाई 15 अक्टूबर को हो चुकी है, लेकिन सिस्टम के सक्रिय रहने से बारिश का दौर जारी है। पिछले 24 घंटों में देवास, सीहोर, उज्जैन, खंडवा और अलीराजपुर में हल्की बारिश दर्ज की गई। इससे पता चलता है कि मौसम में अभी भी अस्थिरता बनी हुई है, जो दीपावली के समय सर्दी को और बढ़ा सकती है।