एमपी के उमरिया में हाथी की मौत के बाद जलाने के मामले में वनरक्षक निलंबित, 3 की सेवा समाप्त
MP News: मध्यप्रदेश के उमरिया जिले में स्थित बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन द्वारा बड़ी कार्रवाई की गई है। प्रबंधन ने जहां वनरक्षक को निलंबित कर दिया है तो वहीं तीन सुरक्षा श्रमिकों की सेवा समाप्त कर दी गई है।
मध्यप्रदेश के उमरिया जिले में स्थित बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन द्वारा बड़ी कार्रवाई की गई है। प्रबंधन ने जहां वनरक्षक को निलंबित कर दिया है तो वहीं तीन सुरक्षा श्रमिकों की सेवा समाप्त कर दी गई है। यह कार्रवाई टाइगर रिजर्व के पनपथा बफर परिक्षेत्र में हाथी की मौत और उसे जलाने के मामले में की गई है। प्रबंधन जांच के बाद लगातार लापरवाही बतरने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई कर रहा है।
उच्च अधिकारियों को नहीं दी हाथी के मौत की सूचना
उमरिया स्थित बांधवगढ़ रिजर्व के पनपथा बफर परिक्षेत्र के घौरीघाट में जनवरी माह में हाथी की मौत हो गई थी। जिसकी सूचना उच्च अधिकारियों को नहीं देते हुए उसको जंगल में ही जला दिया गया था। इसकी जांच के बाद बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन लगातार लापरवाही सामने आने पर कर्मचारियों पर कार्रवाई कर रहा है। इस मामले की जांच करने के लिए मई माह में एसटीएफ और डब्ल्यूसीसीबी की टीम भी बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व आई थी। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में पनपथा बफर परिक्षेत्र में हाथी की मौत के मामले के बाद से ही टाइगर रिजर्व प्रबंधन लगातार सुरक्षा को लेकर परेशान है।
इन पर हुई कार्रवाई
हाथी की मौत और उसके बाद उसे जलाने के मामले में बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पनपथा बफर परिक्षेत्र के एक वनरक्षक पुष्पेन्द्र मिश्रा को निलंबित कर दिया गया है। जबकि तीन सुरक्षा श्रमिक जम्मा कोल, दिनेश कोल और बिलानि कोल की सेवा समाप्त कर दी गई है। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के अनुविभागीय अधिकारी एफएस निनामा के मुताबिक लापरवाही में तीन सुरक्षा श्रमिकों को सेवा से पृथक कर दिया गया है। जबकि एक वनरक्षक को निलंबित किया गया है। उनका कहना था कि बफर परिक्षेत्र के कर्मचारियों, अधिकारियों की एक विशेष बैठक ली जा रही है। जिसमें उन्हें गश्त सहित, वन्य प्राणियों की सुरक्षा और बिजली लाइन सहित अवैध कटाई व अन्य मुद्दों पर चर्चा कर निर्देशित किया जाएगा।