Bandhavgarh Tiger Reserve: एमपी के उमरिया में अब करीब से नहीं कर सकेंगे जानवरों के दीदार, तीन माह के लिए कोर एरिया में एंट्री बंद

MP News: एमपी उमरिया के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में अब करीब से जानवरों का दीदार नहीं किया जा सकेगा। यहां कोर एरिया में तीन माह तक लोगों की एंट्री बंद रहेगी।

Update: 2023-07-01 08:42 GMT

एमपी उमरिया के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में अब करीब से जानवरों का दीदार नहीं किया जा सकेगा। यहां कोर एरिया में तीन माह तक लोगों की एंट्री बंद रहेगी। जबकि बफर जोन में सफारी जारी रहेगी। जानवरों का करीब से दीदार करने के लिए पर्यटकों को तीन माह का इंतजार करना पड़ेगा। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के कोर जोन को सितम्बर माह तक बंद रखा जाएगा।

1 अक्टूबर से खोला जाएगा कोर जोन

बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व उमरिया के कोर जोन में तीन महीने तक बाघ के दीदार नहीं हो पाएंगे। तीन माह के लिए बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व का खितौली, मगधी और ताला जोन को बंद कर दिया गया है। 1 अक्टूबर से टाइगर रिजर्व के कोर जोन को खोला जाएगा। यहां लगातार पर्यटकों की भीड़ बनी रहती है। तीन महीने टाइगर रिजर्व के कोर जोन की प्राकृतिक सुंदरता, बाघ-बाधिन और वन्य प्राणियों को देखने के लिए पर्यटकों को इंतजार करना पड़ेगा।

विदेशी पर्यटकों की संख्या में इजाफा

बाघों के लिए विश्व प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में भारतीय और विदेशी दोनों ही पर्यटक काफी संख्या में पहुंचते हैं। इस बार यहां पहुंचने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या में इजाफा हुआ है। गत वर्ष 2021-22 में जहां 5945 विदेशी पर्यटक यहां पहुंचे थे, उनकी संख्या इस बार बढ़ गई है। वर्ष 2022-23 में यहां 21 हजार 262 विदेशी पर्यटक बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व का दीदार करने पहुंचे। जबकि भारतीय पर्यटकों की संख्या में कमी देखने को मिली है। गत वर्ष यहां 1 लाख 70 हजार 106 पर्यटक पहुंचे थे जबकि 2022-23 में घटकर संख्या 1 लाख 64 हजार 558 पर पहुंच गई।

बाघ-बाघिन के अलग-अलग अंदाज देखने को मिले

ठंडी का मौसम रहा हो अथवा गर्मी का यहां पहुंचने वाले पर्यटकों को टाइगर फैमिली के अलग-अलग अंदाज देखने को मिले। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में कभी बाघ पानी पीते तो कभी शावक अठखेलियां करते नजर आए। लोगों ने बाघिन को शिकार ले जाते हुए भी देखा। जिसको देखकर पर्यटक रोमांचित हो उठते हैं। इसी तरह के नजारों के लिए बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रसिद्ध है। यहां पर्यटकों की संख्या में भी लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है। तीन माह तक कोर जोन बंद होने के बावजूद यहां रिजर्व के बफर जोन में सफारी चालू रहेगी। जहां बाघ-बाघिन और शावकों के साथ ही प्राकृतिक सुंदरता का नजारा देखने को मिलेगा।

Tags:    

Similar News