मानव जीवन के लिये शुद्ध पर्यावरण सबसे बड़ी जरूरत: मरावी : SHAHDOL NEWS

शहडोल। प्रकृति का संतुलन बनाए रखने में तथा पर्यावरण को संतुलित करने में वृक्षों की अहम भूमिका है। मानव, पशु पक्षी एवं पर्यावरण का वृक्षों से गहन संबंध है तथा ये एक-दूसरे के ऊपर आश्रित हैं। इसके साथ साथ मानवए पशु.पक्षी एवं अन्य जीवों के लिए प्राणवायु एवं शुद्घ पर्यावरण भी प्राप्त होता है। उक्त विचार विधायक जयसिंह मरावी ने रविवार को अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस के अवसर पर सर्किट हाउस परिसर में ऑक्सी बैंक की स्थापना हेतु पौधरोपण कार्यक्रम में व्यक्त किए।

Update: 2021-03-21 23:49 GMT

शहडोल। प्रकृति का संतुलन बनाए रखने में तथा पर्यावरण को संतुलित करने में वृक्षों की अहम भूमिका है। मानव, पशु पक्षी एवं पर्यावरण का वृक्षों से गहन संबंध है तथा ये एक-दूसरे के ऊपर आश्रित हैं। इसके साथ साथ मानवए पशु.पक्षी एवं अन्य जीवों के लिए प्राणवायु एवं शुद्घ पर्यावरण भी प्राप्त होता है। उक्त विचार विधायक जयसिंह मरावी ने रविवार को अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस के अवसर पर सर्किट हाउस परिसर में ऑक्सी बैंक की स्थापना हेतु पौधरोपण कार्यक्रम में व्यक्त किए।

इस मौके पर मुख्य वन संरक्षक पीके वर्मा ने कहा कि वृक्षों से हमें शुद्घ पर्यावरण की प्राप्ति तो होती ही है साथ ही जहां पर वृक्षों की संख्या अधिक होती है वहां पर पर्याप्त वर्षा भी होती है जो मानव के लिए बेहद आवश्यक है। जल, जंगल, जमीन और जीवन एवं दूसरे के पूरक हैं। इसलिए वृक्षों को संरक्षित करना तथा बढ़ावा देना हम सब का दायित्व है।

जीवन के अंतिम क्षण तक वृक्ष देते हैं साथ

कलेक्टर सतेन्द्र सिंह ने कहा कि वृक्षों से हमारे शरीर के लिए अनेक आयुर्वेदिक औषधियां भी प्राप्त होतीं हैं। मानव जीवन में वन औषधियों का अपना अलग ही महत्व है। उन्होंने कहा कि वृक्षों की लकड़ी की उपयोगिता जन्म से मृत्यु तक हर क्षण होती है। इसलिए हमें वृक्षों के रख.रखाव तथा उनके रोपण व संरक्षण एवं संर्वधन में हमेशा आगे आकर पहल करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वृक्षों से मानव को तो अनको उपयोगी चीजो की पूर्ति होती ही हैए साथ ही देवी देवताओं को भी इनके पुष्पों, चंदनों तथा इनसे बने इत्रों अर्पण कर धार्मिक अनुष्ठान पूरे किए जाते हैं।

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