सतना, सीधी, शहडोल समेत प्रदेश के 19 जिलों में लगेंगे ऑक्सीजन बनाने के प्लांट
भोपाल. कोरोना वायरस के चलते प्रदेश में ऑक्सीजन की खपत बढ़ गई है. जिसकी आपूर्ति करने के लिए मध्यप्रदेश सरकार राज्य के 19 जिलों में ऑक्सीजन बनाने के प्लांट ल
भोपाल. कोरोना वायरस के चलते प्रदेश में ऑक्सीजन की खपत बढ़ गई है. जिसकी आपूर्ति करने के लिए मध्यप्रदेश सरकार राज्य के 19 जिलों में ऑक्सीजन बनाने के प्लांट लगाने की तैयारी में है.
बता दें माह भर पूर्व ही प्रदेश में ऑक्सीजन की किल्लत मच गई थी. महाराष्ट्र सरकार ने भी ऑक्सीजन की सप्लाई पर रोक लगा दी थी. जिसकी वजह से कोरोना संक्रमितों एवं अन्य इलाजो में इस्तेमाल के लिए प्रदेश के अस्पतालों को ऑक्सीजन की कमी का सामना करना पड़ा था. हांलाकि बाद में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महाराष्ट्र सीएम उद्धव ठाकरे से बातचीत कर ऑक्सीजन की सप्लाई शुरू करवा दी थी. लेकिन अभी भी प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी बनी हुई है. जिसके चलते राज्य सरकार ने प्रदेश में ऑक्सीजन प्लांट लगाने का निर्णय लिया है.
बता दें प्रदेश में आई ऑक्सीजन की किल्लत को देखते हुए 19 जिला अस्पतालों में वातावरण की हवा से मरीजों की साँसों को चलाने वाली ऑक्सीजन बनाने के लिए प्लांट लगाने निर्णय लिया है. इसके लिए मप्र पब्लिक हेल्थ सप्लाई कॉरपोरेशन ने कंपनी के चयन की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है. कंपनी का चयन होने के बाद अगले साल की जनवरी फ़रवरी माह से ऑक्सीजन का उत्पादन शुरू हो जाएगा. जिससे अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी पूरी हो सकेगी.
कंपनी को क्या करना होगा...
ऑक्सीजन की शुद्धता का स्तर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मापदंड के अनुसार 93 फीसद से कम नहीं होना चाहिए. विशेष कारणों से इसमें तीन फीसद तक की कमी स्वीकार की जा सकती है.
वातावरण से ऑक्सीजन खींचकर उसे शुद्ध करना होगा एवं पाइपलाइन के जरिए सप्लाई करना होगा.
प्लांट लगाने वाली कंपनी को रोजाना की जरूरत से तीन दिन के लिए अतिरिक्त ऑक्सीजन स्टोर करके सिलिंडर में रखना होगा.
प्रदेश के इन 19 जिलों में ऑक्सीजन प्लांट लगाने की तैयारी
प्रदेश के सतना, सीधी, शहडोल, कटनी, रायसेन, विदिशा, बड़वानी, मंडला, छतरपुर, नरसिंहपुर, बैतूल, दमोह, सागर, भिंड, खरगौन, राजगढ़, बालाघाट, धार और पन्ना में ऑक्सीजन प्लांट लगाने की तैयारी है.