हीरों की धरती पन्ना में चमकी मजदूर की किस्मत, सवा करोड़ का हीरा मिलने से बदली जिंदगी
मध्य प्रदेश के पन्ना में एक गरीब मजदूर परिवार की कहानी जिसने अपने अथक परिश्रम से एक सवा करोड़ कीमती हीरा पाने के सपने को साकार किया। पढ़ें उनकी उन्नति की कहानी।
मध्य प्रदेश के पन्ना जिले को 'हीरों की धरती' के रूप में जाना जाता है और इसी धरती ने एक गरीब आदिवासी मजदूर परिवार की किस्मत को चमका दिया। अहिरगांव निवासी चुनवादा गौंड ने 10 वर्षों से अथक परिश्रम करते हुए एक हीरा खदान खोलने के लिए पट्टा बनवाया था। बुधवार को चाल की धुलाई के दौरान में उनके बेटे राजू को हीरा मिला, जो 19.22 कैरेट का जैम क्वालिटी का है। इस हीरे की अनुमानित कीमत 1.25 करोड़ रुपये है।
चुनवादा का परिवार पहले झोपड़ी में रहता था, लेकिन पिछले साल उन्हें पीएम आवास की सुविधा मिली। हीरा खदान लगाने के लिए उन्हें चार लाख रुपये का कर्ज लेना पड़ा, जिसे अब वे चुका सकते हैं। इस धन से वे अपना घर बनाएंगे और अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाने के लिए प्रयासरत रहेंगे।
साल 2024 के जनवरी से अब तक पन्ना में कुल आठ हीरे जमाए गए हैं, इसमें 19.22 कैरेट का जैम क्वालिटी हीरा भी शामिल है। इसे नीलामी में बिक्री के लिए रखा जाएगा। देश भर से हीरा कारोबारी के पन्ना आने की उम्मीद है। इससे पहले 2018 में मोती प्रजापति को 42.59 कैरेट का जैम क्वालिटी हीरा मिला, जो तब 2.55 करोड़ रुपए में नीलाम हुआ।