MP News: इंदौर के एमजीएम मेडिकल काॅलेज में रैगिंग, सीनियर्स आधी रात फोन कर छात्रों को बुला रहे
महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल काॅलेज इंदौर में एक बार फिर रैगिंग का मामला प्रकाश में आया है। यहां सीनियर्स द्वारा आधी रात जूनियरों को फोन कर अपने कमरे में बुलाकर प्रताड़ित करते हैं।
महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल काॅलेज इंदौर में एक बार फिर रैगिंग का मामला प्रकाश में आया है। यहां सीनियर्स द्वारा आधी रात जूनियरों को फोन कर अपने कमरे में बुलाकर प्रताड़ित करते हैं। जिसके बाद काॅलेज प्रबंधन हरकत में आ गया और मामले की जांच प्रारंभ कर दी गई है। बताया गया है कि छात्रों द्वारा पुलिस के एक सीनियर अधिकारी से इसकी शिकायत भी की गई है।
जांच के दौरान छात्रों ने साध ली चुप्पी
एमजीएम में प्रथम वर्ष में पढ़ने वाले कुछ छात्रों छात्रों द्वारा पुलिस के एक सीनियर अधिकारी से मामले की शिकायत की गई। जिसमें बताया गया है कि रात को सीनियरों द्वारा उनको फोन किया जाता है और अपने रूम में बुलाकर प्रताड़ित किया जाता है। इस तरह की शिकायत मिलने के बाद इसकी जानकारी पुलिस द्वारा एमजीएम के डीन डाॅ. संजय दीक्षित को दी गई। जिस पर डीन ने चीफ वार्डन डाॅ. वीएस पाल और वार्डन मनीष पुरोहित को जांच का जिम्मा सौंपा। जांच के दौरान इनके द्वारा अलग-अलग ब्लाॅक में रह रहे तकरीबन 40 छात्रों से पूछताछ की गई किंतु छात्रों ने मामले में चुप्पी साध ली। जिसके अलग-अलग बुलाकर पूछताछ करने के बाद भी छात्रों ने इस संबंध में कुछ कहने से इंकार कर दिया।
11 छात्र हो चुके हैं सस्पेंड
म्हाविद्यालय प्रबंधन द्वारा मामले को लेकर बैठक भी हुई जिसमें वास्तविकता का पता लगाने के लिए जोर दिया गया। डीन का कहना है कि जूनियर छात्रों से चर्चा की गई है किंतु उन्होंने चुप्पी साध ली। उनका कहना है कि जो भी सीनियर इसमें लिप्त पाया जाएगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हालांकि मामले की लिखित शिकायत भी थाने में दर्ज नहीं कराई गई है। यहां उल्लेखनीय है कि गत वर्ष भी एमजीएम काॅलेज में रैगिंग का मामला प्रकाश में आया था। जिसकी जांच के दौरान 11 सीनियर छात्रों को तीन माह के लिए सस्पेंड भी किया गया था। इनके खिलाफ पुलिस द्वारा विभिन्न धाराओं में प्रकरण भी दर्ज किया गया था।