एमपी के इंदौर में प्रवासी भारतीय सम्मेलन के दौरान सवा सौ से ज्यादा व्यंजनों का लुत्फ उठाएंगे मेहमान

इंदौर में प्रवासी भारतीय सम्मेलन व ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की तैयारियां जोर-शोर से की जा रही हैं। सम्मेलन का आयोजन 8 से 10 जनवरी तक होगा। सम्मेलन के दौरान सवा सौ से ज्यादा व्यंजनों का लुत्फ मेहमान उठा सकेंगे।

Update: 2022-12-02 08:20 GMT

इंदौर में प्रवासी भारतीय सम्मेलन व ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की तैयारियां जोर-शोर से की जा रही हैं। सम्मेलन का आयोजन 8 से 10 जनवरी तक होगा। गत दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा भी मेहमानों का स्वागत कैसे हो इसे लेकर नागरिकों से बात कर सुझाव मांगे गए थे। जिसमें देश के प्रसिद्ध इंदौर का 56 दुकान व रात की सराफा चौपाटी मेहमानों को अपने यहां के सवा सौ से ज्यादा व्यंजनों को उपलब्ध कराएगी। जिसका लुत्फ मेहमान उठा सकेंगे।

ड्रेस कोड में रहेंगे कर्मचारी

56 दुकान व सराफा चौपाटी दोनों ही खाने-पीने के ऐसे मार्केट हैं जहां न केवल मौसम के अनुसार डिश मुहैया रहती है बल्कि ऑफ सीजन डिश भी यहां उपलब्ध कराई जाती है। प्रवासी भारतीय सम्मेलन के दौरान चूंकि मेहमान जनवरी के दूसरे सप्ताह में यहां आएंगे ऐसे में ठण्ड का मौसम रहेगा। लिहाजा वे गरमागरम व्यंजनों का लुत्फ ले सकेंगे। इसके साथ ही 8 से 12 जनवरी तक चलने वाले आयोजनों के दौरान यहां के कर्मचारी ड्रेस कोर्ड में रहेंगे जिससे सम्मेलन में आने वाले मेहमानों को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। 56 दुकान बाजार के दुकानदारों में भी इस बात की सहमति बन चुकी है कि वे अपने यहां की सिग्नेचरजिश मुफ्त में मुहैया कराएंगे।

सराफा चौपाटी भी करेगी मेहमानों की खातिरदारी

भारतीय सम्मेलन व ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में आने वाले मेहमानों का सराफा चौपटी भी खातिरदारी करेगी। सराफा चौपाटी में भी कई प्रकार के व्यंजनों का लुत्फ मेहमान उठा सकेंगे। बताया गया है कि यह बाजार रात को खुलता है और देर रात तक संचालित किया जाता है। इसके खुलने का समय रात 9 बजे है जबकि यह देर रात 2 से ढाई बजे तक संचालित भी किया जाता है। ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर में जब मेहमानों के अलग-अलग सेशन होंगे और रात को वह खाली हो जाएंगे तो यह चौपाटी उन्हें अलग ही सुकून प्रदान करेगी। चौपाटी बाजार की खास पहचान ही यह है कि यहां देर रात तक लोगों को व्यंजन मुहैया कराए जाते हैं। यहां यह उल्लेखनीय है कि दोनों ही बाजारों में बंगाली, गुजराती, मारवाड़ी, दक्षिण भारतीय सहित अन्य तरह के व्यंजन मौजूद रहते हैं जिनका सम्मेलन में पहुंचने वाले मेहमान लुत्फ उठा सकेंगे।

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