बुरे फंसे दिग्विजय सिंह! सदाशिव राव गोलवलकर पर ट्वीट किया, मुकदमा हो गया
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने RSS सरसंघचालक रहे सदाशिव राव गोलवलकर के खिलाफ विवादित पोस्ट किया है
Digvijay Singh Golwalkar Case: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्य मंत्री और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के खिलाफ मुकदमा हो गया है. उन्होंने RSS के सरसंघचालक रहे सदाशिव राव गोलवलकर (Sadashiv Rao Golwalkar) के खिलाफ विवादित ट्वीट किया है. जिसके बाद उनके खिलाफ नफरत फैलाने के आरोप में FIR दर्ज हो गई है. दिग्विजय सिंह के खिलाफ इंदौर में FIR दर्ज हुई है.
दिग्विजय सिंह ने 8 जुलाई को Sadashiv Rao Golwalkar के खिलाफ ट्वीट करते हुए लिखा
''गुरु गोलवलकर जी के दलितों-पिछड़ों और मुसलमानों के लिए व राष्ट्रीय जल जंगल व जमीन पर अधिकार पर क्या विचार थे, अवश्य जानिए.''
दिग्विजय सिंह ने गोलवरकर की एक पुरानी तस्वीर शेयर की जिसमे लिखा था-
''मैं सारी जिंदगी अंग्रेजों की गुलामी करने के लिए तैयार हूं. लेकिन जो दलित पिछड़ों और मुसलमानों को बराबरी का अधिकार देती हो ऐसी आजादी मुझे नहीं चाहिए.''
इस पोस्ट में लिखा था- ''सदाशिव राव गोलवलकर ने अपनी पुस्तक 'वी एंड अवर नेशनहुड आईडेंटिफाइड' में स्पष्ट लिखा है कि जब भी सत्ता हाथ लगे तो सबसे पहले सरकार की धन संपत्ति, राज्यों की जमीन और जंगल अपने दो तीन विश्वसनीय धनी लोगों को सौंप दें. 95% जनता को भिखारी बना दें उसके बाद सात जन्मों तक सत्ता हाथ से नहीं जाएगी.''
RSS ने नफरत फैलाने का आरोप लगाया
दिग्विजय सिंह के इस विवादित पोस्ट के बाद RSS का बयान सामने आया. RSS नेता सुनील आंबेकर ने दिग्विजय सिंह के ट्वीट को तथ्यहीन करार देते हुए कहा-
''गोलवलकर गुरुजी के संदर्भ में यह ट्वीट तथ्यहीन है और सामाजिक विद्वेष उत्पन्न करने वाला है. संघ की छवि धूमिल करने के उद्देश्य से यह झूठी फोटोशॉप की गई तस्वीर है. गुरुजी ने कभी भी ऐसी बात नहीं कही. उनका पूरा जीवन सामाजिक भेदभाव को समाप्त करने में लगा रहा.''
दिग्विजय सिंह के खिलाफ उनके विवाद ट्वीट को लेकर FIR दर्ज हो गई है. शिकायतकर्ता ने कांग्रेस नेता पर नफरत फ़ैलाने का आरोप लगाया है और उनकी गिरफ़्तारी की मांग की है.