MP के अफसर बोलें- मुस्लिमों को निशाना बनाने में फायदा नहीं, हमारी लड़ाई कोरोना से है

MP के अफसर नियाज खान बोलें- मुस्लिमों को निशाना बनाने में फायदा नहीं, हमारी लड़ाई कोरोना से हैभोपाल। दुनियाभर में कोरोना ने कोहराम मचा रखा है

Update: 2021-02-16 06:19 GMT

MP के अफसर नियाज खान बोलें- मुस्लिमों को निशाना बनाने में फायदा नहीं, हमारी लड़ाई कोरोना से है

भोपाल। दुनियाभर में कोरोना ने कोहराम मचा रखा है, भारत में इस खतरनाक वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। खास तौर से दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में पिछले महीने हुए तबलीगी जमात के एक कार्यक्रम के बाद कोविड-19 के मामलों में तेजी देखने को मिली है। देश के कई इलाकों में तबलीगी जमात से जुड़े सदस्यों का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया है। इस बीच MP के प्रशासनिक अफसर नियाज खान ने कहा है कि मुस्लिमों को निशाना बनाने में फायदा नहीं है, हमारी लड़ाई कोरोना से है। विशेष समुदाय को निशाना बनाने से कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में मदद नहीं मिलेगी।

नियाज खान ने कहा- बीमारी का कोई धर्म नहीं होता

ये पहली बार नहीं है जब मध्य प्रदेश सरकार में डिप्टी सेक्रेटरी नियाज खान ने इस तरह से खुलकर अपने विचार व्यक्त किए हैं। बुधवार को एक के बाद एक किए गए ट्वीट में उन्होंने कहा, 'पहली बार मैं धार्मिक एंगल से किसी बीमारी को देख रहा हूं। बीमारी का कोई धर्म नहीं होता, यह केवल तबलीगी जमात का अज्ञानता की वजह से हुआ है। सभी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई को धार्मिक युद्ध में बदल दिया है। क्या यह उचित है? हम इतने नीचे गिर चुके हैं!'

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'हमारी लड़ाई कोरोना से है, किसी धर्म के खिलाफ नहीं'

अगले ट्वीट में नियाज खान ने कहा, 'हमारी लड़ाई कोरोना बीमारी के खिलाफ है ना कि किसी विशेष धर्म के खिलाफ। कोरोना वायरस चीन से आया है, मुसलमानों की वजह से नहीं। धर्म नहीं बल्कि अज्ञानता मनुष्य का सबसे बड़ा दुश्मन होता है। एक समुदाय के खिलाफ इतनी नफरत केवल हमारे देश को कमजोर ही बनाएगी।'

'कोरोना चीन से आया, मुसलमानों की वजह से नहीं'

नियाज खान ने यह भी कहा, 'इक्कीसवीं सदी में साइंस यानी विज्ञान का राज होना चाहिए ना कि घृणा और एजेंडे का। कोरोना के खिलाफ जंग में हम सभी भारतीयों को एकजुट होकर शामिल होना चाहिए, इसका गलत चीजों में फायदा नहीं उठाना चाहिए। फायदा उठाने के लिए और भी दूसरी चीजें भी हैं।

'एक समुदाय के खिलाफ नफरत देश को कमजोर बनाएगी'

इससे पहले नियाज खान ने इसी साल जनवरी में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और एनआरसी के खिलाफ भी अपने विचार सोशल मीडिया पर व्यक्त किए थे। नियाज खान मध्य प्रदेश सरकार में डिप्टी सेक्रेटरी हैं, उन्होंने पांच उपन्यास भी लिखे हैं, ये हैं...डेस्टिनी इन ड्रग्स, कन्फेशन्स इन ब्लैक ग्रेव, अनटोल्ड सीक्रेट्स ऑफ माई आश्रम, लव डिमांड्स ब्लड एंड तलाक।

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