MP Bhind News: फिल्म शोले की तरह डकैत ने ग्रामीण के काट दिए थे दोनों हाथ
एक ऐसा मामला सामने आया है जो बरबस ही आपको शोले फिल्म की याद दिला देगा। जिसमें डकैत द्वारा ग्रामीण के दोनों हाथ काटने के साथ ही नाक भी काट दिए गए थे। 43 वर्ष पूर्व घटित यह मामला चंबल से जुड़ा हुआ है।
MP Bhind News: डकैतों के जुल्मों की दास्तान आपने अक्सर फिल्मों में देखी होंगी। जो लोगों में खौफ और दहशत तो पैदा करते ही हैं साथ ही अपने खिलाफ उठने वाली आवाज को दबाने के लिए इस हद तक गुजर जाते हैं जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते। एक ऐसा ही मामला सामने आया है जो बरबस ही आपको शोले फिल्म की याद दिला देगा। जिसमें डकैत द्वारा ग्रामीण के दोनों हाथ काटने के साथ ही नाक भी काट दिए गए थे। 43 वर्ष पूर्व घटित यह मामला चंबल से जुड़ा हुआ है। जहां पूर्व में सक्रिय डकैत द्वारा उक्त दिल दहला देने वाली वारदात को अंजाम दिया गया था।
शोले रिलीज होने के 4 साल बाद दिया अंजाम
दस्यु समस्या को लेकर चंबल हमेशा से बदनाम रहा है। चंबल के भिंड जिले में इस वारदात को अंजाम दिया गया। जिसमें असल जिंदगी में शोले फिल्म के गब्बर की तरह डकैत द्वारा किसी के हाथ काटे गए हों। उक्त घटना को शोले फिल्म के रिलीज होने के लगभग 4 साल बाद अंजाम दिया गया। चंबल क्षेत्र में रहने वाले लाखन सिंह सिकरवार की मानें तो वह मलपुरा गांव से सुबह लौट रहे थे। तभी उन्हें गौरई के डकैत छोटे सिंह द्वारा पकड़ लिया गया। 24 घंटे उन्हें बंधक बनाए रखा गया इसके बाद दोनों हाथ और नाक काट दिए गए। इस दौरान वह रात भर वह जंगल में तपड़ते रहे। सुबह पुलिस द्वारा उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। लाखन सिंह अड़ोखर के पास टकागांव के रहने वाले हैं। लाखन की मानें तो उसके दोनों हाथ और नाक डकैत छोटे सिंह (डकैत सूचीबद्ध नहीं था) द्वारा काट दिए गए थे। उक्त वारदात को आज से लगभग 43 वर्ष पूर्व 1979 में अंजाम दिया गया था।
पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था डकैत छोटे
दस्यु पीड़ित लाखन की मानें तो जब डकैत छोटे सिंह ने उसके साथ मारपीट कर नाक और दोनों हाथ काटे थे तब उनकी उम्र महज 21 वर्ष थी। डकैत छोटे छुटभैया डकैत के रूप में डकैत गैंग को रसद पहुंचाने का काम करता था। छोटे मूलतः गौरई का रहने वाला था। जो डकैतों के लिए मुखबिरी भी करता था। पुलिस द्वारा जब छोटे पर शिकंजा कसना प्रारंभ किया गया तो उसने डकैत गिरोह की शरण ले ली। सूत्रों की मानें तो 1981 में छोटे की पुलिस के साथ मुठभेड़ हुई थी जिसमें वह मारा गया था।