MP Sagar News: सागर में नर्सिंग स्टूडेंट ने एक ही सिरिंज से 40 स्कूली बच्चों को वैक्सीन लगा दी! बोला- मुझे तो एक ही मिला था
सागर में एक सिरिंज से 40 बच्चों को कोरोना का टीका लगाने का मामला: नर्सिंग स्टूडेंट ने एक सिरिंज से 40 बच्चों का वैक्सीनेशन कर दिया
MP Sagar News: मध्य प्रदेश के सागर से एक मामला सामने आया है, जहां एक नर्सिंग स्टूडेंट ने एक सिरिंज का इस्तेमाल 40 स्कूली बच्चों पर कर दिया। उसने एक ही सिरिंज से 40 बच्चों को कोरोना का टीका लगा दिया। जब उससे पूछा गया कि तुमने ऐसा क्यों किया तो उसने कहा- मुझे टीकाकरण करने के लिए एक ही सिरिंज दी गई थी तो मैं क्या करता?
बुधवार को सागर के जैन पब्लिक स्कूल में बच्चों को कोरोना की वैक्सीन लगवाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने नर्सिंग के छात्र को अकेले ही टीकाकरण करने के लिए भेज दिया। उस नौसिखिये छात्र ने एक ही सिरिंज ने सभी 40 बच्चों को कोरोना का टीका लगा दिया। पेरेंट्स ने हंगामा किया तो उसने कहा- अफसरों ने मुझे एक ही सिरिंज देकर कहा था इससे सभी बच्चों को वैक्सीन लगा देना।
सागर में एक सिरिंज से 40 बच्चों को कोरोना का टीका लगाने का मामला
बुधवार 27 जुलाई के दिन सागर के जैन पब्लिक स्कूल में 9th क्लास के बच्चों का टीकाकरण आयोजित किया गया था. जब एक अभिभावक ने गौर किया कि इंजेक्शन लगाने वाला हर बच्चे को एक ही सिरिंज से टीका लगा रहा था है तो उन्होंने इसका विरोध किया। जिसके जवाब में आरोपी नर्सिंग छात्र जीतेंद्र ने कहा- मुझे एक ही सिरिंज से सभी बच्चों को टीका लगाने के लिए कहा गया है. जिसके बाद अन्य अभिवावक इकट्ठा हो गए और प्रदर्शन करने लगे.
12 केंद्रों में टीकाकरण हुआ
बुधवार को सागर के 52 केंद्रों में टीकाकरण होना था, हर वैक्सीनेशन कैंप में कम से कम 2 सदस्य होते हैं. लेकिन सागर स्वास्थ्य विभाग ने 40 केंद्रों में प्राइवेट नर्सिंग स्टूडेंट्स को वैक्सीनेशन के लिए भेज दिया। अफसरों ने कहा स्टाफ की कमी थी इसी लिए ऐसा किया। लेकिन सिर्फ 12 केंद्रों में ही टीकाकरण हुआ. अब यह पता लगाना मुश्किल है कि क्या सभी केंद्रों में एक ही सिरिंज से बच्चों को टीका लगाया गया है?
FIR दर्ज हो गई, बच्चों के ब्लड सेम्पल मँगाए
स्वास्थ्य विभाग ने एक ही सिरिंज से 40 बच्चों को टीका लगा देने वाले आरोपी नर्सिंग स्टूडेंट जीतेंद्र अहिरवार के खिलाफ FIR दर्ज की है.CMHO डॉ डीके गोस्वामी ने कहा है कि तीन टीमों को भेजकर बच्चों के ब्लड सेम्पल मँगाए गए हैं. जिनकी पैथालॉजी में जांच होगी। NHM संचालक भोपाल डॉ संतोष शुक्ला का कहना है कि मामले की जाँच के लिए तीन सदस्यीय टीम का गठन किया गया है.
टीकाकरण अधिकारी ने कहा- हमने तो पूरी सिरिंज दी थी
इस घटना के बाद सागर के टीकाकरण अधिकारी डॉ एसआर रोशन ने कहा कि- स्कूल में जितनों को वैक्सीन लगनी थी हमने उसी हिसाब से सिरिंज दी थी. हो सकता है कि नर्सिंग स्टूडेंट ने उन्हें घुमा दिया हो. अगर ऐसा भी हुआ था तो उसे फोन करके बताना चाहिए था.
एक सिरिंज का कई लोगों पर इस्तेमाल करने से क्या होता है
एक सिरिंज का इस्तेमाल सिर्फ एक मरीज पर उसी वक़्त होना चाहिए, अगर एक से अधिक व्यक्ति पर एक ही सिरिंज का इस्तेमाल किया जाता है तो इससे संक्रामक रोग फैलते हैं. HIV से लेकर हेपिटाइटिस बी जैसी बीमारी हो सकती है. ब्लड कैंसर तक हो सकता है. किसी दूसरे की बीमारी किसी और तक पहुंच जाती है. आरोपी जीतेंद्र अहिरवार ने 40 बच्चों की जिंदगी खतरे में डाल दी है.