Result of Gurh Assembly Election 2023: गुढ़ विधानसभा में लगातार दूसरी पंचवर्षीय फिर कमल खिल गया। यहां के मतदाताओं ने भाजपा के ही पुराने नेता पर भरोसा जताया। गुढ़ विधानसभा क्षेत्र में हुए विकास कार्य को स्वीकार कर जनता ने भाजपा प्रत्याशी को आशीवांद दिया। टिकट तय होने के बाद भाजपा के उम्मीदवार नागेन्द्र सिंह ने लोगों की नाराजगी दूर करने का प्रयास किया। वहीं, प्रदेश भाजपा की लाडली बहना योजना व अन्य हितग्राही योजनाओं का भी लाभ भाजपा प्रत्याशी को मिला। इतना ही नहीं, आखिरी समय में अमहिया कांग्रेस के वारिस सिद्धार्थ तिवारी का भाजपा में जाना भी सत्ता दल के लिए फायदेमंद रहा। अमहिया कांग्रेस से जुड़े गुढ़ क्षेत्र के मूल मतदाताओं ने भाजपा का साथ दिया। जबकि चुनाव से पहले कांग्रेस की क्षेत्र में खूब लहर थी। भाजपा ने पुराने प्रत्याशी पर भरोसा जताते हुए अमहिया कांग्रेस को अपने पक्ष में करके गुढ़ विधानसभा का समीकरण बदल दिया। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव 2013 में भाजपा प्रत्याशी नागेन्द्र सिंह को बुरी हार मिली थी। तब कांग्रेस प्रत्याशी सुंदरलाल तिवारी ने उन्हें पटखनी दी थी। फिर 2018 में भाजपा के नागेंद्र सिंह विजयी हुए और इस बार भी उनका विजयी परचम लहराता रहा। इस बार भाजपा के नागेंद्र सिंह ने कांग्रेस के कपिध्वज सिंह को 2 हजार 493 वोट से पराजित किया। कांग्रेस प्रत्याशी ने भाजपा के नागेंद्र को कड़ी टक्कर दी लेकिन अंततः उनके हाथ एक बार फिर हार लगी। बता दें कि इसके पहले कांग्रेस प्रत्याशी कपिध्वज 2013 में निर्दलीय व 2018 में सपा की टिकट से गुढ़ में ही चुनाव लड़े परंतु जीत नहीं पाये। इस बार भी उन्हें निराशा ही मिली। हमेशा की तरह इस चुनाव भी यहां जातिगत समीकरण खूब चला। अंतिम में ब्राम्हण मतदाताओं के छिटकने से कांग्रेस को नुकसान तो भाजपा को सीधा फायदा पहुँचा। प्रत्येक चरण में पिछड़े कांग्रेस प्रत्याशी सुबह मतगणना आरम्भ होते ही पोस्टल वोट में कांग्रेस प्रत्याशी को 598 मत के साथ बढ़त मिली। जबकि भाजपा प्रत्याशी को महज 249 मत प्राप्त हुए। इसके बाद ईवीएम मशीन के मतों की गिनती शुरु हुई। पहले चरण की गिनती में भाजपा को 3898 व कांग्ग्रेस को 3258 मत मिले। यानि पहले चरण की गिनती से ही कांग्रेस प्रत्याशी 640 वोट से पिछड़ गए और फिर प्रत्येक चरण में पिछड़ते गए। मतगणना के 13वें, 14वें चरण में कांग्रेस प्रत्याशी को करीब 6 हजार मतों की जबरदस्त बढ़त मिली लेकिन कुल मतों के अंतर में तब भी पिछड़े ही रहे। इस प्रकार 19 चरणों में हुई मतगणना में भाजपा को निरंतर बढ़त मिलती गई और अंतत भाजपा ने यहां जीत दर्ज की। जानकारी है कि कुछ जगह पर गिनती को लेकर कांग्रेस प्रत्याशी ने आपत्ति दर्ज कराई परंतु उनकी आपत्ति को नहीं सुना गया।रीवा जिले के गुढ़ विधानसभा निर्वाचन के लिए 17 नवंबर को हुए मतदान का परिणाम 3 दिसंबर को घोषित किए गए। गुढ़ विधानसभा सीट के 256 मतदान केन्द्रों में कुल 70.64 फीसदी मतदाताओं ने मतदान किया था। यहां कुल 20 प्रत्याशियों के लिए 68.47% पुरुष और 73.02% महिला मतदाताओं ने वोटिंग की है।गुढ़ विधानसभा चुनाव परिणाम 2023 प्रत्याशीपार्टीईवीएम वोट्सपोस्टल वोट्सटोटल वोट्सवोट प्रतिशतनागेंद्र सिंह (जीते)भाजपा684662496871541.62कपिध्वज सिंहकांग्रेस656245986622240.11सरोज रविंद कोलबीएसपी18270781834811.11प्रखर प्रताप सिंहआप21981522131.34गुढ़ विधानसभा चुनाव 2018 का परिणामपार्टीकुल प्राप्त वोटवोट %प्रत्याशीBJP4256928.77नागेंद्र सिंहSP3274123.48कपिध्वज सिंहINC3273522.13सुन्दरलाल तिवारी
Result of Gurh Assembly Election 2023: गुढ़ विधानसभा में लगातार दूसरी पंचवर्षीय फिर कमल खिल गया। यहां के मतदाताओं ने भाजपा के ही पुराने नेता पर भरोसा जताया। गुढ़ विधानसभा क्षेत्र में हुए विकास कार्य को स्वीकार कर जनता ने भाजपा प्रत्याशी को आशीवांद दिया। टिकट तय होने के बाद भाजपा के उम्मीदवार नागेन्द्र सिंह ने लोगों की नाराजगी दूर करने का प्रयास किया। वहीं, प्रदेश भाजपा की लाडली बहना योजना व अन्य हितग्राही योजनाओं का भी लाभ भाजपा प्रत्याशी को मिला। इतना ही नहीं, आखिरी समय में अमहिया कांग्रेस के वारिस सिद्धार्थ तिवारी का भाजपा में जाना भी सत्ता दल के लिए फायदेमंद रहा। अमहिया कांग्रेस से जुड़े गुढ़ क्षेत्र के मूल मतदाताओं ने भाजपा का साथ दिया। जबकि चुनाव से पहले कांग्रेस की क्षेत्र में खूब लहर थी। भाजपा ने पुराने प्रत्याशी पर भरोसा जताते हुए अमहिया कांग्रेस को अपने पक्ष में करके गुढ़ विधानसभा का समीकरण बदल दिया। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव 2013 में भाजपा प्रत्याशी नागेन्द्र सिंह को बुरी हार मिली थी। तब कांग्रेस प्रत्याशी सुंदरलाल तिवारी ने उन्हें पटखनी दी थी। फिर 2018 में भाजपा के नागेंद्र सिंह विजयी हुए और इस बार भी उनका विजयी परचम लहराता रहा। इस बार भाजपा के नागेंद्र सिंह ने कांग्रेस के कपिध्वज सिंह को 2 हजार 493 वोट से पराजित किया। कांग्रेस प्रत्याशी ने भाजपा के नागेंद्र को कड़ी टक्कर दी लेकिन अंततः उनके हाथ एक बार फिर हार लगी। बता दें कि इसके पहले कांग्रेस प्रत्याशी कपिध्वज 2013 में निर्दलीय व 2018 में सपा की टिकट से गुढ़ में ही चुनाव लड़े परंतु जीत नहीं पाये। इस बार भी उन्हें निराशा ही मिली। हमेशा की तरह इस चुनाव भी यहां जातिगत समीकरण खूब चला। अंतिम में ब्राम्हण मतदाताओं के छिटकने से कांग्रेस को नुकसान तो भाजपा को सीधा फायदा पहुँचा। प्रत्येक चरण में पिछड़े कांग्रेस प्रत्याशी सुबह मतगणना आरम्भ होते ही पोस्टल वोट में कांग्रेस प्रत्याशी को 598 मत के साथ बढ़त मिली। जबकि भाजपा प्रत्याशी को महज 249 मत प्राप्त हुए। इसके बाद ईवीएम मशीन के मतों की गिनती शुरु हुई। पहले चरण की गिनती में भाजपा को 3898 व कांग्ग्रेस को 3258 मत मिले। यानि पहले चरण की गिनती से ही कांग्रेस प्रत्याशी 640 वोट से पिछड़ गए और फिर प्रत्येक चरण में पिछड़ते गए। मतगणना के 13वें, 14वें चरण में कांग्रेस प्रत्याशी को करीब 6 हजार मतों की जबरदस्त बढ़त मिली लेकिन कुल मतों के अंतर में तब भी पिछड़े ही रहे। इस प्रकार 19 चरणों में हुई मतगणना में भाजपा को निरंतर बढ़त मिलती गई और अंतत भाजपा ने यहां जीत दर्ज की। जानकारी है कि कुछ जगह पर गिनती को लेकर कांग्रेस प्रत्याशी ने आपत्ति दर्ज कराई परंतु उनकी आपत्ति को नहीं सुना गया।रीवा जिले के गुढ़ विधानसभा निर्वाचन के लिए 17 नवंबर को हुए मतदान का परिणाम 3 दिसंबर को घोषित किए गए। गुढ़ विधानसभा सीट के 256 मतदान केन्द्रों में कुल 70.64 फीसदी मतदाताओं ने मतदान किया था। यहां कुल 20 प्रत्याशियों के लिए 68.47% पुरुष और 73.02% महिला मतदाताओं ने वोटिंग की है।गुढ़ विधानसभा चुनाव परिणाम 2023 प्रत्याशीपार्टीईवीएम वोट्सपोस्टल वोट्सटोटल वोट्सवोट प्रतिशतनागेंद्र सिंह (जीते)भाजपा684662496871541.62कपिध्वज सिंहकांग्रेस656245986622240.11सरोज रविंद कोलबीएसपी18270781834811.11प्रखर प्रताप सिंहआप21981522131.34गुढ़ विधानसभा चुनाव 2018 का परिणामपार्टीकुल प्राप्त वोटवोट %प्रत्याशीBJP4256928.77नागेंद्र सिंहSP3274123.48कपिध्वज सिंहINC3273522.13सुन्दरलाल तिवारी