रीवा: डाक विभाग ने 1 फरवरी को डाक जीवन बीमा दिवस मनाया
डाक विभाग ने 1 फरवरी को डाक जीवन बीमा दिवस मनाया। डाक जीवन बीमा एक सुरक्षित और फ़ायदेमंद योजना है। जानिए इसके बारे में और इसके लाभ कैसे उठाएं।;
रीवा: डाक विभाग, जीवन बीमा के क्षेत्र में भी एक लम्बे समय से कार्यरत है। 1 फरवरी 1884 को आरम्भ डाक जीवन बीमा भारत में सरकार व अर्द्ध सरकारी कर्मचारियों के लिए सबसे पुरानी बीमा योजना है, जिसका लाभ अब निजी क्षेत्र के प्रोफेशनल्स भी उठा सकते है। उक्त उद्गार रीवा डाक संभाग के अधीक्षक श्री आर.के. तिवारी ने डाक जीवन बीमा दिवस के अवसर पर व्यक्त किए।
श्री तिवारी ने कहा कि बीमा के क्षेत्र में भी डाक विभाग नित नये आयाम स्थापित कर रहा है। डाकघरों में लोगों की आयु और आवश्यकता के हिसाब से जीवन बीमा की तमाम योजनायें हैं, जिनमें सुरक्षा, संतोष, सुविधा, युगल सुरक्षा, सुमंगल व चिल्ड्रेन पालिसी शामिल हैं। बीमा आज के दौर की एक अनिवार्य आवश्यकता है एवं डाक विभाग अपने विस्तृत नेटवर्क के माध्यम से सुदूर क्षेत्र में रह रहे लोगों को भी बीमित करने के लिए संकल्प है। डाक विभाग ने नवीन टेक्नालॉजी अपनाते हुए कोर इंश्योरेंस सर्विस के तहत मैककेमिश सॉफ्टवेयर के माध्यम से बीमा सेवाओं को भी ऑनलाइन बनाया है। डाक जीवन बीमा योजना का दायरा भी बढ़ा दिया गया है। पहले मात्र सरकारी व अर्द्धसरकारी कर्मचारियों तक सीमित डाक जीवन बीमा अब निजी शिक्षण संस्थाओं विद्यालयों महाविद्यालयों आदि के कर्मचारियों, डॉक्टरों, इंजीनियरों, प्रबंधन सलाहकारों, चार्टेड एकाउंटेंट, वास्तुकारों, वकीलों, बैंकर जैसे पेशेवरों के लिए भी उपलब्ध है।
डाक जीवन बीमा के अन्तर्गत लाभों की चर्चा करते हुए डाकघर अधीक्षक श्री तिवारी ने कहा कि निवेश की सुरक्षा पर सरकार की गांरटी, धारा 80 के तहत आयकर में छूट, कम प्रीमियम व अधिक बोनस, पालिसी पर लोन की सुविधा, ऑनलाइन प्रीमियम जमा करने की सुविधा, देश के किसी भी डाकघर में प्रीमियम जमा करने की सुविधा और अग्रिम प्रीमियम पर छूट दी जाती है।