रीवा में जलते अंगरों के बीच अर्द्धनग्न बैठा अधिवक्ता, साधना में हुआ लीन, तपस्या देख हैरान हो रहे लोग

MP News: रीवा के लक्ष्मणबाग में जगत कल्याण के लिए साधना में लीन हुआ अधिवक्ता.

Update: 2022-06-01 11:50 GMT

रीवा: आदिकाल से कठिन साधना ऋषि मुनि व संकल्पी लोग करते आ रहे है। जहाँ वे तपस्या में अपने शरीर को दांव पर लगा देते है। ऐसी ही कठिन तपस्या में इन दिनों रीवा के पांण्डेय टोला निवासी दीपक तिवारी भी बैठे हुए है। उनकी इस तपस्या को देख कर हर कोई दांतों तले उंगलियाँ दबाने को मजबूर हो रहा है।

चारों तरफ जल रहे है अंगारे

शहर के लक्ष्मणबाग मंदिर परिक्षेत्र में खुले आसमान के नीचे पेशे से अधिवक्ता दीपक तिवारी साधना कर रहे है। जिस स्थान पर वे यह साधना कर रहे है उसके चारों ओर वे जलती हुई लकड़ियां रखी हुई हैं। बीच में बिना कपड़े के बैठ कर भगवान की साधना में लीन रहते है। इस तपस्या को लेकर जब लोगो ने उनसे बात किया तो उनका कहना है कि आदिकाल से लोग जगत कल्याण के लिए इस तरह की तपस्या कर रहे है। वे भी जगत कल्याण के लिए ही यह संकल्प लेकर साधना कर रहे है।

है यह तपोभूमि

दीपक तिवारी का कहना है कि लक्ष्मणबाग की यह तपोंभूमि है। जहाँ तपस्वियों ने साधना की है। उनकी साधना 9 दिनों की है। यानि कि 25 मई से 2 जून तक वे प्रतिदिन दोपहर 12 से 3 बजे तक बैठ कर साधना कर रहे है।

ज्ञात हो कि इन दिनों 9 तपा नक्षत्र चल रहा है। जिसके चलते रीवा का तापमान भी दोपहर के समय 44 डिग्री के आसपास पहुँच रहा है। एक तो प्रकृति रूप से दोपहर के समय 44 डिग्री का तापमान तो वही चारों तरफ से जलते हुए अंगारे। निश्चित तौर पर अधिवक्ता की यह साधना किसी कठिन तपस्वी से कम नही है। 

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