World Cancer Day: ये 5 चीज़ें खाना बंद कर दें तो कम हो जाएगा कैंसर होने का खतरा
World Cancer Day: दुनियां में अलग-अलग कैंसर से लाखों लोगों की मौत हर साल हो जाती है, लेकिन अच्छे खानपान से कैंसर के होने की संभावनाओं को कम किया जा सकता है
World Cancer Day: कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसके पता चलने पर ही इंसान आधा मर जाता है, लेकिन समय पर इस बीमारी का पता चल जाए तो इलाज संभव होता है दुर्भाग्यवश ज़्यादातर लोगों को अपनी इस जानलेवा बीमारी के बारे में सेकेंड स्टेज और थर्ड स्टेज में ही पता चलता है। लेकिन अगर आप अपने खानपान में थोड़ा बदलाव करें और 24 घंटे में कम से कम 1 घंटा खुद के लिए दें तो इस बीमारी के होने की संभावनाओं को निश्चित रूप से कम किया जा सकता है.
पूरी दुनिया में World Cancer Day 4 फरवरी को मनाया जाता है। इसकी शुरुआत 1933 से हुई थी. कैंसर के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है।
कैंसर से बचने के लिए क्या खाना छोड़ देना चाहिए
तला हुआ खाना
हम आपको पूरी कचोरी खाने से मना नहीं कर रहे खूब दबा के खाइये लेकिन इतना समझिये कि जब टेल हुए खाने को तलने के लिए तेज आंच में तेल को गर्म किया जाता है तो एक्रिलामाइड नाम का एक योगिक बनता है। यह एक्रिलामाइड DNA को नुकसान पहुंचाता है। जिससे बीमारियां होने का खतरा तो बढ़ता है साथ कैंसर होने की संभावनाएं बढ़ जाती जाती हैं।
अधिक पका हुआ खाना
खाने को ज़्यादा पकाने से उसके पोस्टिक तत्व नष्ट हो जाते हैं। कुछ लोग खाने को तेज़ आंच और सीधा आग में पकाते हैं ऐसे में कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है। साल 2020 में एक रिसर्च हुई थी. जिसमे ये पता चला था कि तेज़ आंच में नॉन वेज को पकाने से कई ऐसे कंपाउंड बनते हैं जो DNA को बदलने लगते हैं. जो बाद में कैंसर को जन्म देता है।
चीनी वाले रिफाइंड फ़ूड
मीठे और रिफाइंड फ़ूड प्रोडक्ट इनडायरेक्टली कैंसर के खतरे को बढ़ा देते हैं। चीनी, कोल्ड ड्रिंक, व्हाइट पास्ता, ब्रेड, वाइट् राईस जैसे उत्पाद खाने से न सर्फ शुगर और मोटापे की बीमारी होती है बल्कि कुछ स्थितियों में यह कैंसर का कारण बनता है। टाइप 2 डायबटीज से स्तन, गर्भाशय के कैंसर का खतरा बढ़ता है। चीनी और रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट वाले प्रोडक्ट मलाशय के कैंसर को भी बढ़ावा देते हैं।
शराब
शराब का सेवन करने से लीवर अल्कोहल को एसीटालदिहाइड, कार्सिनोजेनिक योगिक को तोड़ देता है, जो DNA को नुकसान देता है।
प्रोसेस्ड मीट
डिब्बा बंद प्रोडक्ट और प्रोसेस्ड मीट में भी कार्सिनोजेन्स बनता है, 2019 में हुई एक रिसर्च के मुताबिक प्रोसेस्ड मीट मलाशय के कैंसर का बड़ा कारण बनता है इसी के साथ पेट के कैंसर का भी रिस्क बढ़ा देता है।