भारत में लोगों के प्राइवेट पार्ट की स्किन काली क्यों होती है? विदेशियों की वाइट क्यों? कारण और मिथक, जानें एक्सपर्ट की राय!
क्या आपके प्राइवेट पार्ट का रंग डार्क है? जानिए इसके कारण, इससे जुड़े मिथक और एक्सपर्ट सिमरन जैन क्या कहती हैं।;
प्राइवेट पार्ट का कालापन एक आम समस्या है जिससे कई महिलाएं और पुरुष जूझते हैं। कई बार यह शर्मिंदगी और असुरक्षा का कारण भी बन सकता है। लेकिन यह समझना ज़रूरी है कि यह एक प्राकृतिक बात है और इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं।
क्यों होता है प्राइवेट पार्ट का रंग डार्क?
कंटेंट क्रिएटर सिमरन जैन के अनुसार, प्राइवेट पार्ट का रंग डार्क होने के कई कारण हो सकते हैं:
- मेलेनिन का ज़्यादा उत्पादन: भारतीय त्वचा में मेलेनिन का उत्पादन ज़्यादा होता है, जिससे त्वचा का रंग गहरा होता है।
- हार्मोनल बदलाव: उम्र बढ़ने के साथ-साथ हार्मोन्स में बदलाव होते हैं जिससे त्वचा का रंग बदल सकता है।
- अन्य कारण: इसके अलावा, रगड़, हार्मोन्स, वजन का बढ़ना-घटना, प्रेगनेंसी और टाइट कपड़े पहनने से भी प्राइवेट पार्ट का रंग डार्क हो सकता है।
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विदेशियों के प्राइवेट पार्ट वाइट होते हैं? जानिए, मिथक और सच्चाई...
मिथक: विदेशी महिलाओं और पुरुषों का प्राइवेट पार्ट गोरा होता है।
सच्चाई: यह एक मिथक है। सभी महिलाओं और पुरुषों में प्राइवेट पार्ट का रंग अलग-अलग हो सकता है। फिल्मों और वीडियो में दिखाया जाने वाला गोरा रंग अक्सर एडिटिंग और मेकअप का कमाल होता है।
कहाँ कर रही हैं आप गलती?
सिमरन जैन का कहना है कि अगर आप प्राइवेट पार्ट का रंग हल्का करने के लिए ब्लीच, क्रीम या घरेलू नुस्खे इस्तेमाल कर रही हैं, तो यह बिल्कुल गलत है। इससे आपकी त्वचा को नुकसान पहुँच सकता है।
क्या करें?
लूज़ कपड़े पहनें: टाइट कपड़े पहनने से बचें।
स्वीकार करें: यह स्वीकार करें कि प्राइवेट पार्ट का रंग डार्क होना एक प्राकृतिक बात है।
डॉक्टर से सलाह लें: अगर आपको कोई असामान्य बदलाव दिखाई देता है या फिर आपको कोई परेशानी हो रही है, तो डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें।
सिमरन का कहना है की भारत में महिलाओं और पुरुषों के प्राइवेट पार्ट का रंग डार्क होना एक आम बात है। इससे घबराने या शर्मिंदा होने की ज़रूरत नहीं है। अगर आपको कोई समस्या है, तो डॉक्टर से सलाह लें।