भीगा हुआ बादाम, कच्चे बादाम की तुलना में सेहत के लिए होता है अधिक फायदेमंद
बादाम में प्रोटीन कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, पोटेशियम, जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।
आयुर्वेद के अनुसार बादाम (Baadaam) का पूरा पोषण प्राप्त करने के लिए आपको उन्हें भिगोकर खाना चाहिए। क्योंकि बादाम खाने में जितने स्वादिष्ट होते हैं उतने ही पोषण से भरपूर होते हैं बादाम में प्रोटीन कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, पोटेशियम, जिंक, थायमिन, विटामिन बी और ई, ओमेगा-3 जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। सर्वाधिक पौष्टिक तत्व होने से बादाम को सुपरफूड भी कहा जाता है। बादाम के छिलके में टैनिन होता है जो बादाम में असली पोषण को सोख लेता है। आज हम आपको इस आर्टिकल में भीगे हुए बादाम खाने से होने वाले फायदों के बारे में बताएंगे।
सूजन कम करने में सहायक (Helpful in reducing inflammation)
बादाम में एंटी ऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो सेल्स को डैमेज होने से बचाने के साथ सूजन को कम करने में सहायक होता है।
मोटापा घटाने में (in reducing obesity)
बादाम में मोनूसेचूरेटेड फैट्स होता है। भींगे हुए बादाम का सेवन करने से पेट भरा होने का एहसास होता है जिससे जल्दी भूख नहीं लगती है।
पाचन शक्ति बढ़ाने में सहायक (Aids in increasing digestion power)
बादाम में फाइबर और प्रीबायोटिक्स होते हैं। जो आंत में माइक्रोबायोटा प्रोफाइल और आंत के बैक्टीरिया की गतिविधि में सुधार करते हैं जिससे पाचन शक्ति बढ़ती है, एवं पाचन संबंधित समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
ऊर्जा बढ़ाने में (To increase energy)
बादाम में उपस्थित हाई डेंसिटी एनर्जी के कारण यह व्यक्ति को ऊर्जात्मक एहसास दिलाता है। बादाम में प्रोटीन(Proteen ), फाइबर (Fiber) , फैट (Fat), और ऐश जैसे पोषक तत्व पाए जाते है, जो ऊर्जा बढ़ाने में सहायक होते हैं।
आंखों की कमजोरी दूर करने में सहायक (Helpful in removing weakness of eyes)
भीगे हुए बादाम का सेवन करने से रेटिना स्वस्थ रहता है। क्योंकि बादाम में जिंक (Jink)और विटामिन ई (विटामिन्स E) ई भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं जो रेटिना को स्वस्थ रखने के साथ आंखों की कमजोरी दूर करने में भी फायदेमंद होता है।
याददाश्त बढ़ाने में (To enhance memory)
बादाम में विटामिन ई पाया जाता है, जो याददाश्त को तेज करने में अहम भूमिका निभाता है। बादाम का सेवन करने से बढ़ती उम्र के साथ कमजोर होती याददाश्त और मस्तिष्क से जुड़ी न्यूरोडीजेनरेटिव बीमारियों से भी बचा जा सकता है।