कान बहने एवं दर्द होने का कारण: Kaan Bahane Evam Dard Hone Ka Karan

कान के अंदर पानी जैसे तरल पदार्थ का रिसाव होना कान बहना होता है। जिसके कारण कई बार गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है

Update: 2022-01-04 18:30 GMT

जब हम आईने में अपना चेहरा देखते हैं तो हम अपने कानों को नजरअंदाज कर देते हैं। उसी तरह हम कानों की परेशानियों को भी हल्के में लेते हैं। जो कई बार असहनीय हो जाती है। कान के अंदर पानी जैसे तरल पदार्थ का रिसाव होना ही कान बहना (Ear discharge) होता है। जिसके कारण कई बार गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है जैसे कान का पर्दा (Ear Drum) फट जाना, बहरेपन की शिकायत होना, सर में दर्द एवं कान में दर्द। तो चलिए आज हम आपको इस आर्टिकल में कान बहने के कारण एवं लक्षणों के बारे में बताएंगे।

कानों को स्वस्थ रखने के लिए रखें इन बातों का ध्यान (Keep these things in mind to keep the ears healthy)



हमारे शरीर में किसी आवाज को सुनने के लिए कान बहुत ही जरूरी होते है इसीलिए कान में होने वाली छोटी-छोटी परेशानियों पर हमें ध्यान देना चाहिए। जैसे लगातार कान में खुजली होना, कान में दर्द (Earache) एवं कान बहना। अगर आपके कान में खुजली हो रही है तो पिन्ना को सहला कर खुजाना चाहिएं। उंगली से खुजली करने से खुजली बढ़ जाती है क्योंकि वैक्स की लाइनिंग कान की दीवार से हटने लगती है। कान के अंदर वैक्स बनने की प्रक्रिया नेचुरल होती हैं जो कान की सेहत के लिए बहुत जरूरी होती है। वैक्स (Wax) एंटी एलर्जिक, एंटी बैक्टीरियल, एंटी फंगल और कीड़ों को भगाने वाला होता है।

कान में किसी भी तरह का तेल नहीं डालना चाहिए क्योंकि कान में तेल (Ear oil) डालने से वैक्स कम बनती हैं। कान में कॉटन एवं नुकीली चीजें डालने से इंफेक्शन होता हैं। स्विमिंग करते वक्त ईयर प्लग्स जरूर पहनें।

कान में समस्या बढ़ने पर होते हैं यें लक्षण (Symptoms occur when the problem in the ear increases)



कान में समस्या (Ear problem) बढ़ने पर कान से सफेद, पीला या खून युक्त पदार्थ निकलता रहता हैं। ईयर डिस्चार्ज के साथ तेज दर्द होता है और कान बहने के साथ ही बुखार या सिर दर्द रहता है, सुनने की क्षमता में कमी आती है। इयर कैनाल में सूजन (Ear canal inflammation) और रेडनेस होना एवं चेहरे में भी कमजोरी दिखाई देना स्वाभाविक है।

कान में दर्द होने एवं बहने का कारण (Earache and runny ears)



कान में किसी प्रकार का वायरल या बैक्टीरियल इनफेक्शन (Viral or bacterial infection), बाहरी कान में चोट लगने, फोड़ा-फुंसी होना, वायु प्रदूषण, गले में संक्रमण, बुखार, कुपोषण, धूम्रपान, कान को हमेशा दबाकर सोना एवं कान खुजाने के लिए नुकीली चीजें डालना, कान में लंबे समय तक ईयर फोन लगाकर रखना जैसे कारणों से कान में दर्द (Earache) एवं बहने कारण बनता है।

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