...तो ऐसा है COVID-19 Vaccine का असर ! टीका लगने के एक हफ्ते बाद कोरोना पॉजिटिव हो गया हेल्थ वर्कर
दुनिया भर के कई देशों में COVID-19 की Vaccine के टीके लगाए जा रहें हैं. जिसमें अमेरिका भी शामिल अमेरिका में भी COVID-19 Vaccine side effects
दुनिया भर के कई देशों में COVID-19 की Vaccine के टीके लगाए जा रहें हैं. जिसमें अमेरिका भी शामिल है. अमेरिका में भी COVID-19 की Vaccine लगाए जा रहें हैं. इस दौरान वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स (Vaccine Side Effects) भी सामने आ रहें हैं, जिसकी वजह से निर्माता कंपनियों से लेकर सरकार तक घेरे में आ रही हैं.
ऐसा ही एक मामला अमेरिका से सामने आया है, जिसमें एक व्यक्ति ने दावा किया है कि उसे हफ्ते भर पूर्व फाइजर के CORONA VACCINE का टीका लगाया गया है, लेकिन अब वह कोरोना पॉजिटिव हो गया है.
ABC NEWS के हवाले से खबर आई है की अमेरिका के कैलिफोर्निया के एक अस्पताल में हेल्थ वर्कर के रूप में काम करने वाले मैथ्यू डब्ल्यू. को 18 दिसंबर को फाइजर कंपनी की कोरोना वैक्सीन लगाई गई थी, बावजूद इसके वह एक हफ्ते बाद कोरोना पॉजिटिव हो गया.
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फेसबुक पोस्ट में मैथ्यू ने लिखा, ''18 दिसंबर को मुझे फाइजर की कोरोना वैक्सीन लगाई गई. इसके बाद, जिस हाथ में VACCINE लगी, उसमें सूजन आ गई. हालांकि, कोई भी साइड इफेक्ट नहीं देखा गया. इसके छह दिनों के बाद, COVID-19 यूनिट में काम करने के बाद क्रिसमस की शाम को बीमार पड़ गया.'' मैथ्यू को ठंड लगने लगी और उसकी मांसपेशियों दर्द और थकान होने लगी.
मैथ्यू ने क्रिसमस के अगले दिन नजदीक के अस्पताल में जाकर कोरोना की जांच करवाई, जिसमें वह पॉजिटिव पाया गया. सैन डियगो के फैमिली हेल्थ सेंटर में संक्रामक रोग विशेषज्ञ क्रिश्चियन रेमर्स ने बताया कि कभी भी इसकी कल्पना नहीं की गई थी कि ऐसा होगा. रेमर्स ने कहा, ''वैक्सीन के ट्रायल से हम जानते हैं कि कोरोना से सुरक्षा देने में वैक्सीन लगने के बाद 10-14 दिनों का समय लग सकता है.'' उन्होंने आगे कहा कि मुझे लगता है कि पहली डोज 50 फीसदी और फिर दूसरी डोज 95 फीसदी सुरक्षा देती है.
ब्रिटेन में दिख चुका है PFIZER CORONA VACCINE का SIDE EFFECTS
वहीं, इसी महीने ब्रिटेन में फाइजर-बायोएनटेक से दो लोगों में इसके दुष्प्रभाव (SIDE EFFECTS) देखे गए थे. इसके बाद राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) ने एलर्जी समस्या से ग्रसित लोगों को कोरोना का टीका नहीं लेने का आग्रह करते हुए चेतावनी जारी की थी. दवा नियामक ने कहा था कि एलर्जी समस्या का इतिहास रखने वाले लोगों को कोरोना टीका नहीं लगवाना चाहिए.
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हालांकि, एनएचएस कर्मियों और जिन अस्पतालों में उन्हें टीका लगाया गया उनका खुलासा नहीं किया गया था. एनएचएस इंग्लैंड ने दोनों घटनाओं की पुष्टि करते हुए सभी ट्रस्टों को सलाह दी गई है कि वे एलर्जी की समस्या का पुराना इतिहास रखने वाले लोगों को टीका न दें.
राष्ट्रीय चिकित्सा निदेशक प्रो स्टीफन पॉविस ने पुष्टि करते हुए बताया कि दोनों मरीज ठीक हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि जैसा कि नए टीकों के साथ आम है, मेडिसिन एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स रेगुलेटरी एजेंसी (एमएचआरए) ने एहतियाती आधार पर सलाह दी है कि एलर्जी के महत्वपूर्ण इतिहास वाले लोग ऐसा न करें.