Pragnancy Tips: प्रेगनेंसी में है दूध से एलर्जी तो करें इसका सेवन
दूध प्रेगनेंसी डाइट का अहम हिस्सा होता है क्योंकि दूध में एक हेल्दी प्रेगनेंसी के लिए सभी तत्वों का समावेश होता है
गर्भावस्था (Pregnancy) 9 महीने का समय होता है। 9 महीने तक बच्चा अपनी मां की कोख में रहता है। इस दौरान मां को अपनी सेहत का और अपने खाने-पीने का काफी ध्यान रखना होता है, क्योंकि उसे खाने से ही वो सारे तत्व मिलते हैं जो उसके बच्चे के विकास में सहायक होते हैं। दूध (Milk) प्रेगनेंसी डाइट का बेहद अहम हिस्सा होता है क्योंकि दूध में एक हेल्दी प्रेगनेंसी (Healthy pregnancy) के लिए सभी आवश्यक तत्वों का समावेश होता है इसीलिए डॉक्टर रोज एक गिलास दूध पीने की सलाह भी देते हैं। लेकिन कुछ लोग लेक्टोज इनटोलरेंट (Lactose intolerant) होते हैं जिसकी वजह से वह दूध नहीं पी सकते। तो चलिए आपको बताते हैं दूध की जगह आपको किस का सेवन करना चाहिए यदि आप गर्भवती है;
करें आलमंड मिल्क का प्रयोग (Use Almond Milk)
अगर आपको दूध हजम नहीं हो पा रहा तो आप अलमेंड मिल्क यानी बदाम का दूध (Almond Milk) भी पी सकती है क्योंकि इसमें कैल्शियम, प्रोटीन, आयरन, विटामिन ए, बी और डी भरपूर मात्रा में होते हैं इसलिए प्रेग्नेंसी के समय आपके लिए काफी फायदेमंद रहेगा।
ये हैं आलमंड मिल्क के फायदे (Here are the benefits of Almond Milk)
बादाम की दूध के सेवन से हड्डियां होती हैं मजबूत (Consumption of almond milk strengthens bones)
बादाम की दूध में बहुत मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है जो हमारे शरीर की हड्डियों (Bones) और उसको मजबूती प्रदान करता है। प्रेगनेंसी के दौरान लगभग हर स्त्री को प्रीक्लेपसिया (Preeclampsia) का खतरा रहता है। बादाम के दूध में उपलब्ध मैग्निशियम ब्लड प्रेशर नार्मल रखता है और ये खतरा कम करता है।
एंटीऑक्सीडेंट का करे काम (Act as antioxidant)
विटामिन ई की अच्छी मात्रा बादाम के दूध में पाई जाती है जो एक अच्छा एंटी ऑक्सीडेंट (Antioxidant) भी है। इसके सेवन से भ्रूण में ऑक्सीडेटिव तनाव (Oxidative stress) का हानिकारक प्रभाव कम होता है। इसमें मौजूद ओमेगा 3 फैटी एसिड दिल को स्वस्थ रखता है।
अगर आपको भी नॉर्मल दूध सूट नहीं करता तो आप इसका यूज कर सकते हैं इसके अतिरिक्त आप कैल्शियम की आपूर्ति दही, मट्ठा आदि से भी कर सकते हैं।