खाने के सामानों और मिलावट की ऐसे कर सकते है पहचान ? अपनाइये यह टिप्स..
खाने के सामानों और मिलावट की ऐसे कर सकते है पहचान ? अपनाइये यह टिप्स..जागरूकता। खाने के सामानों की लगातार बढ़ती डिमांड का
खाने के सामानों और मिलावट की ऐसे कर सकते है पहचान ? अपनाइये यह टिप्स..
जागरूकता। खाने के सामानों की लगातार बढ़ती डिमांड का मिलावट खोर पूरा फायदा उठा रहे है। लेकिन यह मिलावाटी खाद्य सामग्री अपकी सेहत को बिगड़ा रही है। मिलावट की पहचान आप भी कर सकते है।
वेजीटेबल ऑयल और बेकिंग पाउडर से बन रहा पनीर
स्किम्ड मिल्क और खाने वाले सोडे के अलावा घटिया पोमीलीन ऑयल, वेजीटेबल ऑयल और बेकिंग पाउडर मिलाकर सिंथेटिक पनीर बनाया जा रहा है। थोक में यह 50 रुपये से लेकर 80 रुपये तक में मिलता है। पर्व के समय इसे ही बाजार में असली पनीर के साथ ढाई सौ से तीन सौ रुपये किलोग्राम तक में बेचा जा रहा है।
पहचानें -
पनीर को मुंह में रखें अगर यह च्विंगम की तरह चिपचिपा लगे और स्वाद कसैला हो तो समझ लें कि इसमें मिलावट है। इसके अलावा इसका रंग भी थोड़ा पीलापन लिए होगा।
मैदा-आलू-कद्दू में रंग वाला बिक रहा खोया
त्यौहारो मे सबसे अधिक डिमांड खोए की होती और बाजार में इसे पूरा करने की क्षमता नहीं है। बाजार में खोए की डिमांड पूरा करने के लिए मिलावटी खोए की बड़ी सप्लाई होती है। यह खोया मैदा, आलू और आरारोट को मिलाकर तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा मिठाइयां तैयार करने में मानकों से अधिक खतरनाक कलर मिलाए जा रहे हैं जो सेहत के लिए बेहद हानिकारक हैं।
पहचानें - खोए को लेकर हाथों के बीच रगड़े। अगर यह चिकनाई छोड़े तो समझो दुरुस्त है। अगर चिकनाई नहीं छोड़े तो फिर इसमें मिलावट हो सकती है। इसके अलावा बाजार से टिंचर लेकर इसकी कुछ बूंद डाले। अगर यह नीला पड़ जाता है तो फिर इसमें मिलावट है।
दूध में मिला रहे पानी और प्रतिबंधित पाउडर
दूध के कारोबारी भी मिलावट करने में पीछे नहीं हैं। दूध कारोबारी बढ़ती डिमांड को पूरा करने के लिए दूध में गंदा पानी और दूषित बर्फ का इस्तेमाल कर रहे हैं। दूध को कई दिनों तक बचाए रखने के लिए उसमें प्रतिबंधित माल्टो डेक्सिट्रन पाउडर मिलाया जा रहा है। इस पाउडर को दूध में मिलाना प्रतिबंधित है। इसके बावजूद ग्रामीण इलाकों और मंडियों से आ रहे दूध में ऐसी मिलावट की जा रही है।
पहचान - दूध की कुछ बूंदे जमीन पर डालें। अगर यह जमा रहे तो दुरुस्त है।
आरारोट, रंग और कद्दू से तैयार हो रहा सॉस और कैचअप
पड़ताल में सामने आया कि बाजार में सॉस और कैचअप के नाम पर लोगों को केवल रंग और शुगर का घोल खिलाया जा रहा है। सिंथेटिक कलर के अलावा बेसन, आरारोट व मैदा का प्रयोग कर सॉस तैयार किया जा रहा है।
पहचान -प्रतिष्ठित ब्रांड और विश्वसनीय दुकानों से ही खरीदें। अगर सॉस हाथ से टच करने पर रंग सा लगे तो समझ लीजिए इसमें मिलावट है।
नमकीन में खतरनाक रंग
बाजार में तरह-तरह के चिप्स, पापड़ और दालमोठ हैं, जिनमें मानकों से कई गुना अधिक कलर मिलाकर बेचा रहा है। यह रंग उस स्तर पर है जो आपकी सेहत बिगाड़ सकता है।
पहचान- अत्यधिक कलर वाले चिप्स और कचरी कतई नहीं खरीदें। इनमें सिंथेटिक रंग होता है जो तेल में गर्म करने पर पेट के लिए खतरनाक होता है।
मसाले और मिर्च में भी मिलावट
खुले बाजार में मसाले और हल्दी-मिर्च आपका लिवर खराब कर सकते हैं। तमाम कारोबारी पिसी मिर्च में खतरनाक केमिकल सूडान-1 मिलाकर उसे लाल करते हैं। इस तरह के केमिकल अन्य मसालों और हल्दी को रंग देने के लिए भी मिलाए जाते हैं।
पहचान - खुले बाजार में मसाले या लाल मिर्च लेते समय जरूर ध्यान रखें। मिलावटखोर इसमें रंग मिलाकर चमकाने का प्रयास करते हैं।
मिठाइयों पर नकली वर्क
तमाम दुकानों में मिठाइयों पर चांदी वर्क के नाम पर अल्मुनियम वर्क का इस्तेमाल करते हैं। हाथ में लेकर उसकी गोली बनाएं अगर बन जाती है जो समझ लीजिए वर्क में गड़बड़ी है।
खाने के सामानों मिलावाट की कर सकते है पहचान, अपनाइये यह टिप्स
जागरूकता। खाने के सामानों की लगातार बढ़ती डिमांड का मिलावट खोर पूरा फायदा उठा रहे है। लेकिन यह मिलावाटी खाद्य सामग्री अपकी सेहत को बिगड़ा रही है। मिलावट की पहचान आप भी कर सकते है।
वेजीटेबल ऑयल और बेकिंग पाउडर से बन रहा पनीर
स्किम्ड मिल्क और खाने वाले सोडे के अलावा घटिया पोमीलीन ऑयल, वेजीटेबल ऑयल और बेकिंग पाउडर मिलाकर सिंथेटिक पनीर बनाया जा रहा है। थोक में यह 50 रुपये से लेकर 80 रुपये तक में मिलता है। पर्व के समय इसे ही बाजार में असली पनीर के साथ ढाई सौ से तीन सौ रुपये किलोग्राम तक में बेचा जा रहा है।
पहचानें - पनीर को मुंह में रखें अगर यह च्विंगम की तरह चिपचिपा लगे और स्वाद कसैला हो तो समझ लें कि इसमें मिलावट है। इसके अलावा इसका रंग भी थोड़ा पीलापन लिए होगा।
मैदा-आलू-कद्दू में रंग वाला बिक रहा खोया
त्यौहारो मे सबसे अधिक डिमांड खोए की होती और बाजार में इसे पूरा करने की क्षमता नहीं है। बाजार में खोए की डिमांड पूरा करने के लिए मिलावटी खोए की बड़ी सप्लाई होती है। यह खोया मैदा, आलू और आरारोट को मिलाकर तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा मिठाइयां तैयार करने में मानकों से अधिक खतरनाक कलर मिलाए जा रहे हैं जो सेहत के लिए बेहद हानिकारक हैं।
पहचानें - खोए को लेकर हाथों के बीच रगड़े। अगर यह चिकनाई छोड़े तो समझो दुरुस्त है। अगर चिकनाई नहीं छोड़े तो फिर इसमें मिलावट हो सकती है। इसके अलावा बाजार से टिंचर लेकर इसकी कुछ बूंद डाले। अगर यह नीला पड़ जाता है तो फिर इसमें मिलावट है।
दूध में मिला रहे पानी और प्रतिबंधित पाउडर
दूध के कारोबारी भी मिलावट करने में पीछे नहीं हैं। दूध कारोबारी बढ़ती डिमांड को पूरा करने के लिए दूध में गंदा पानी और दूषित बर्फ का इस्तेमाल कर रहे हैं। दूध को कई दिनों तक बचाए रखने के लिए उसमें प्रतिबंधित माल्टो डेक्सिट्रन पाउडर मिलाया जा रहा है। इस पाउडर को दूध में मिलाना प्रतिबंधित है। इसके बावजूद ग्रामीण इलाकों और मंडियों से आ रहे दूध में ऐसी मिलावट की जा रही है।
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पहचान - दूध की कुछ बूंदे जमीन पर डालें। अगर यह जमा रहे तो दुरुस्त है।
आरारोट, रंग और कद्दू से तैयार हो रहा सॉस और कैचअप
पड़ताल में सामने आया कि बाजार में सॉस और कैचअप के नाम पर लोगों को केवल रंग और शुगर का घोल खिलाया जा रहा है। सिंथेटिक कलर के अलावा बेसन, आरारोट व मैदा का प्रयोग कर सॉस तैयार किया जा रहा है।
पहचान -प्रतिष्ठित ब्रांड और विश्वसनीय दुकानों से ही खरीदें। अगर सॉस हाथ से टच करने पर रंग सा लगे तो समझ लीजिए इसमें मिलावट है।
नमकीन में खतरनाक रंग
बाजार में तरह-तरह के चिप्स, पापड़ और दालमोठ हैं, जिनमें मानकों से कई गुना अधिक कलर मिलाकर बेचा रहा है। यह रंग उस स्तर पर है जो आपकी सेहत बिगाड़ सकता है।
पहचान- अत्यधिक कलर वाले चिप्स और कचरी कतई नहीं खरीदें। इनमें सिंथेटिक रंग होता है जो तेल में गर्म करने पर पेट के लिए खतरनाक होता है।
मसाले और मिर्च में भी मिलावट
खुले बाजार में मसाले और हल्दी-मिर्च आपका लिवर खराब कर सकते हैं। तमाम कारोबारी पिसी मिर्च में खतरनाक केमिकल सूडान-1 मिलाकर उसे लाल करते हैं। इस तरह के केमिकल अन्य मसालों और हल्दी को रंग देने के लिए भी मिलाए जाते हैं।
पहचान - खुले बाजार में मसाले या लाल मिर्च लेते समय जरूर ध्यान रखें। मिलावटखोर इसमें रंग मिलाकर चमकाने का प्रयास करते हैं।
मिठाइयों पर नकली वर्क
तमाम दुकानों में मिठाइयों पर चांदी वर्क के नाम पर अल्मुनियम वर्क का इस्तेमाल करते हैं। हाथ में लेकर उसकी गोली बनाएं अगर बन जाती है जो समझ लीजिए वर्क में गड़बड़ी है।
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