Fenugreek benefits: क्या आप जानते हैं छोटी सी मेथी के बड़े गुणों के बारे में?
मेथी एक वनस्पति है जो स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत गुणकारी होती है. मेथी को अलग-अलग तरीकों से उपयोग में लाया जा सकता है.
Fenugreek benefits: जैसे ही सर्दियां प्रारंभ होती हैं, वैसे ही बाजार में हरी- भरी सब्जी आने लगती है उनमें से एक मेथी भी है। मेथी एक वनस्पति है जो स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत गुणकारी होती है। लोग इसे मेथिका भी बोलते हैं। भारतीय लोग इसकी पत्तियों का साग बनाते हैं। और गुजराती लोग इसका पराठा बनाते हैं जो बहुत प्रसिद्ध है, जिसको थेपला बोलते हैं। मारवाड़ी समाज में मेथी के बीजों की मीठी सब्जी बनाई जाती है जिसे लुजी बोलते हैं। भारत में मेथी के बीजों और पाउडर का उपयोग लंबे समय से किया जा रहा है। जो खाना पकाने और दवाई के अलावा साबुन, शैंपू जैसे उत्पाद बनाएं जाते हैं। सर्दियों में मेथी के बीजों का पाउडर बनाकर उसके लड्डू बनाए जाते हैं जो जोड़ों के दर्द, और मांशपेशियों के तनाव को कम करता हैं। आइए जानते हैं स्वास्थ्य और सौंदर्य की सौगात मेथी के बारे में
त्वचा के रोगों के उपचार में:
त्वचा रोग (Skin disease) जैसे दाद-खुजली, एग्ज़िमा वाले स्थानों पर मेथी का लेप बनाकर लगाने से आराम मिलता है।
सूजन को कम करने में:
मेथी में एंटी-इनफ्लेमेटरी गुण पाया जाता है। जो किसी भी प्रकार के सूजन को मेथी के पत्तों एवं बीजों को पीसकर लगाने से सूजन कम होती हैं।
बालों को घने एवं काले करने में सहायक:
मेथी के दानों को दही में भिंगोकर, मेहंदी के पत्तों के साथ पिसकर बालों में लेप करने से बालों का झड़ना, रूखापन, सफेद होना कम होता है। साथ ही सिर ठंडा करती है और बालों को सुनहरे, झड़ना कम होता है। और बाल घने और काले होते हैं।
कब्ज दूर करने में:
मेथी (Fenugreek) के बीजों को पीसकर पाउडर बनाकर या मेथी के बीजों को सेकर रोज खाने में मिक्स करके या खाना-खाने के बाद में सेवन करने से पेट में दर्द, भुख की कमी, कमर दर्द, और गैस संबंधी समस्याएं एवं कब्जी दूर होती हैं।
डायबिटीज को कम करने में:
मेथी (Fenugreek) के दानों को रोज रात भिगोकर और सुबह खाली पेट चबा-चबा कर खाने से और मेथी के दाने का पानी नियमित रूप से सेवन करने से खून में चीनी की मात्रा नियंत्रित रहती हैं। जिससे ब्लड शुगर नियंत्रित रहती है।
प्रसव महिलाओं को मेथी के सेवन से लाभ (Fenugreek benefits during pregnancy )
महिलाओं को प्रसव के बाद मेथी खाना चाहिएं क्योंकि मेथी (Fenugreek) खाने से स्त्रियों के स्तनों में दूध बढ़ता है, मेथी के सेवन से माता के दूध की गुणवत्ता भी बढ़ती है , जिससे शिशु का स्वास्थ्य अच्छा रहता है। और दूध में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती हैं। मेथी की सब्जी और सूप आदि का सेवन करना चाहिए प्रसव महिला को।
मेथी के ज्यादा सेवन करने से बचें होते हैं नुकसान:
गर्भवती महिलाओं को मेथी (Fenugreek) का पानी, या मेथी के दाने सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि उसका तासीर गर्म होता हैं, जिससे गर्भपात होने का डर रहता हैं।
मेथी (Fenugreek) के पानी का अधिक उपयोग करने से दस्त, मतली, और पाचन तंत्र (Digestive System) संबंधित समस्याएं शुरू हो जाती हैं। मेथी का उपयोग डायबिटीज की दवाओं के साथ सावधानीपूर्वक करना चाहिए। क्योंकि शुगर के लेवल को कम करता है। अतः इसका उपयोग अधिक मात्रा में नहीं करना चाहिए।