Period Bloating: पीरियड्स के दौरान क्रैंप्स के अलावा ब्लोटिंग से हैं परेशान, तो अपनाएं यह उपाय
महिलाओं को पीरियड्स के दौरान ब्लोटिंग होना आम समस्या हो चुकी है.
Period Bloating: महिलाओं को पीरियड्स (Periods) के दौरान कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में एक समस्या ब्लोटिंग (Bloating) है। जिसमें महिलाओं का पेट फूलने लगता है और वजन अचानक से बढ़ जाता है। एक्सपर्ट के अनुसार यह लक्षण प्रीमेंस्टुअल सिंड्रोम के होते हैं। यह एक आम समस्या है जो कुछ महिलाओं में महामारी शुरू होने से पहले होती है ऐसे में अगर आप भी इस समस्या से परेशान हैं। तो आज हम आपको इस आर्टिकल में पीरियड्स में ब्लोटिंग (Bloating in periods) का कारण और इससे बचने के उपायों के बारे में बताएंगे।
महावारी के समय ही क्यूं होती है ब्लोटिंग (Why does bloating happen only during menstruation)
महिलाओं में पीरियड्स के दौरान हार्मोनल परिवर्तन (Hormonal changes) के कारण ब्लोटिंग की समस्या होती है एवं आंत की प्रक्रिया धीमी होने के कारण पेट में पानी और नमक अधिक मात्रा में जमा हो जाने के कारण भी ब्लोटिंग होती है। पीरियड्स के दौरान ब्लाटिंग का मुख्य कारण आंत का सिकुड़ जाना होता है।
हार्मोंस बदलाव के कारण (Due to hormonal changes)
महिलाओं में हर महीने हार्मोनल बदलाव (Hormonal changes) होते हैं। महावारी शुरू होने से पहले एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन (Estrogen and progesterone hormones) के स्तर में अचानक परिवर्तन होने लगते हैं। पीरियड्स के 1 सप्ताह पहले प्रोजेस्टेरोन का स्तर कम हो जाता है। जिससे यूटरस की परतें फैलने लगती है, यूटरस के फैलाव के कारण ही पीरियड्स के दौरान ब्लीडिंग होती है। शरीर में हार्मोनल बदलाव के कारण आंत की कार्य क्षमता धीमी पड़ जाती है, इस वजह से पानी और नमक जमा होकर वाटर रिटेंशन (Water retention) निर्मित होने लगता है। इसी के कारण महिलाओं को माहवारी से पहले ब्लोटिंग की समस्या होती है।
पीरियड्स के दौरान ना करें (Do not do during periods)
यह समस्या एक साधारण है जो पीरियड्स के बाद स्वयं ही खत्म हो जाती है। इस समस्या से बचने के लिए पीरियड्स के दौरान नमक का कम मात्रा में सेवन करें, एवं हल्की-फुल्की एक्सरसाइज, पोटेशियम और मैग्नीशियम से भरपूर आहार का सेवन करें। प्रोबायोटिक और प्रीबायोटिक सप्लीमेंट्स (Probiotic and Prebiotic Supplements) लें, तीखा, भुना, अधिक मसाला मिर्ची युक्त खाने से बचें, तनाव मुक्त रहें और चाय-कॉफी का अधिक मात्रा में सेवन ना करें एवं कार्बोनेटेड ड्रिंक से बचें।
ब्लोटिंग के लक्षण (Symptoms of bloating)
पीरियड्स के समय पेट अधिक भारी हो जाता है जिससे महिलाओं का वजन बढ़ जाता है। इस समस्या से पेट में खिंचाव और कड़ापन, खट्टी डकार आना, भूख नहीं लगना, पेट में जलन और मतली हो ना, खाने-पीने में परेशानी एवं गैस बनना और कुछ महिलाओं को आंत में भारीपन लगने लगता है।
पीरियड्स के दौरान ब्लोटिंग से बचने के लिए अपनाएं ये घरेलू उपाय (Follow these home remedies to avoid bloating during periods)
फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें (Eat fiber rich foods)
पेट एवं पाचन से जुड़ी समस्याओं एवं ब्लोटिंग की समस्या से छुटकारा पाने के लिए फाइबर युक्त भोजन (Fiber rich foods) अपनी डाइट में शामिल करें।
अधिक मात्रा में पानी पीएं (Drink plenty of water)
पेट से जुड़ी समस्याओं से निजात पाने के लिए पर्याप्त पानी पीना चाहिए। महिलाओं में कम पानी पीने के कारण पेट फूलने की समस्या बढ़ जाती है।
अजवाइन के सेवन से (By consuming celery)
जीरे की तरह अजवाइन भी पेट से जुड़ी समस्याओं से छुटकारा दिलाती है। अजवाइन और पानी पीकर आप ब्लोटिंग की समस्या से राहत पा सकते हैं। इसके लिए एक गिलास पानी में एक चम्मच अजवाइन, हींग और एक चुटकी नमक मिलाकर, इस पानी को उबालकर एवं छानकर इसका सेवन करने से आराम मिलता है।
नारियल पानी से (With coconut water)
नारियल पानी (Coconut water) सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है जो पीरियड्स के दौरान होने वाली ब्लोटिंग और गैस जैसी समस्याओं को दूर करने में सहायक होता है। नारियल पानी में विटामिंस एवं एंटीइन्फ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं।
एलोवेरा से बने जूस के सेवन से (By consuming aloe vera juice)
एलोवेरा जूस (Aloe vera juice) पेट में पैदा हुए बैक्टीरिया और संक्रमण की समस्या को दूर करता है, एवं ब्लोटिंग की समस्या में भी राहत दिलाता है।
नींबू पानी के सेवन से (By drinking lemonade)
नींबू में साइट्रिक एसिड (Citric acid) भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो पेट की समस्याओं को दूर करने में सहायक होता है। ब्लोटिंग की समस्या ठीक करने के लिए एक गिलास गुनगुने पानी में एक चम्मच नींबू का रस मिलाकर पीने से ब्लोटिंग की समस्या (Bloating problem) से छुटकारा पाया जा सकता है।