एमपी के डबरा में पति की मौत के बाद पत्नी के भी निकल गए प्राण, एक चिता पर दोनों को दी गई मुखाग्नि

ऐसा कभी कभार ही देखने व सुनने को मिलता है कि पति की मौत के चंद क्षणों बाद ही पत्नी के भी प्राण निकल गए हों। ऐसी ही घटना घटित हुई ग्वालिर के डबरा में।

Update: 2022-12-25 08:01 GMT

ऐसा माना जाता है कि जोड़ियां ऊपर वाला बनाता है। जिंदगी और मौत की पतवार भी उसी के हाथ में रहती है। किंतु ऐसा कभी कभार ही देखने व सुनने को मिलता है कि पति की मौत के चंद क्षणों बाद ही पत्नी के भी प्राण निकल गए हों। ऐसी ही घटना घटित हुई ग्वालिर के डबरा में। जहां पति की मौत के कुछ ही देर बाद पत्नी ने भी देह त्याग दी।

एक साथ निकली दोनों की शव यात्रा

चतरो देवी का विवाह भितरवार के चिटोली गांव में रहने वाले रमेश चंद्र खटीक के साथ हुआ था। शादी के समय सात फेरे लेने के बाद दोनों ने साथ जीने और मरने वाली कसमें भी चतरो देवी द्वारा निभाई गईं। बताया गया है कि रमेश चंद्र खटीक 70 वर्ष और उनकी पत्नी चतरो देवी 68 वर्ष गत शुक्रवार की रात्रि को एक साथ भोजन कर सो गए। इस दौरान बाथरूम जाने के लिए उठे रमेश चंद्र अचानक गिर गए और उन्होंने दम तोड़ दिया। कुछ देर बाद चतरो देवी उठीं और जब अपने पति को अचेत अवस्था में पड़े देखा तो कुछ ही क्षण में उन्होंने भी अपनी देह त्याग दी। मौत के बाद दोनों की शवयात्रा भी एक साथ निकाली गई और दोनों को एक ही चिता पर लिटाकर अंतिम संस्कार किया गया।

चतरो देवी रह चुकी हैं जनपद सदस्य

बताया गया है कि चतरो देवी पूर्व जनपद पंचायत सदस्य रह चुकी हैं जबकि उनके पति रमेश चंद्र खटीक क्षेत्र में नेताजी के नाम से विख्यात थे। परिजनों की मानें तो रात को दोनों अचेत अवस्था में मिले। दोनों अपनी देह त्याग चुके थे। सुबह परिजनों द्वारा दोनों की एक साथ अर्थी बनाई गई और एक ही चिता पर दोनों का दाह संस्कार किया गया। दोनों के एक साथ संसार को अलविदा कहने की घटना की चर्चा पूरे क्षेत्र में हो रही है।

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