मध्यप्रदेश में पहली बार साइंस फेस्टिवल का आयोजन, जुटेंगे 8 हजार प्रतिभागी
मध्यप्रदेश में पहली बार साइंस फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें प्रदेश भर के 8 हजार प्रतिभागी शामिल होंगे।
मध्यप्रदेश में पहली बार साइंस फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें प्रदेश भर के 8 हजार प्रतिभागी शामिल होंगे। भोपाल के मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में यह आयोजन किया जाएगा। पहली बार हो रहे 8वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव में साइंटिस्ट, साइंस स्टूडेंट्स, रिसर्चर और संबंधित फील्ड से जुड़े प्रतिभागी इसमें भाग लेंगे।
विज्ञान महोत्सव 21 जनवरी से होगा प्रारंभ
विज्ञान महोत्सव चार दिन चलेगा। इसका शुभारंभ जहां 21 जनवरी को होगा तो समापन कार्यक्रम 24 जनवरी को आयोजित किया जाएगा। जिसके लिए मंत्रालय में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा द्वारा बैठक भी ली गई। इस दौरान विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री द्वारा व्यवस्थाएं पुख्ता रखने के निर्देश भी दिए। महोत्सव का शुभारंभ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान करेंगे। इस अवसर पर केन्द्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री जितेन्द्र सिंह भी उपस्थित रहेंगे।
साइंस फेस्टिवल में होंगे 14 सत्र
भोपाल में आयोजित होने वाले साइंस फेस्टिवल में 14 अलग-अलग सत्र होंगे। इस दौरान स्कूलों बच्चों के लिए विद्यार्थी विज्ञान ग्राम का आयोजन भी होगा। भारत की वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकी उपलब्धियों को दर्शाने के लिए मेगा साइंस एक्सपो का भी आयोजन किया जाएगा। उत्सव में डीप टेक स्टार्ट अप्स सहित नवाचारों से युक्त स्टार्टअप्स भी आयोजन में शामिल होंगे। इसके साथ ही विज्ञान पर केंद्रित कविता कुंभ विज्ञानिका और विज्ञान फिल्म महोत्सव भी आकर्षण का केन्द्र रहेंगे।
11 संस्थाओं के तत्वावधान में हो रहा आयोजन
चार दिनों तक चलने वाले इस साइंस फेस्टिवल में वैज्ञानिक, विद्यार्थी, टेक्नोक्रेट्स, नवाचारी, शोधकर्ता, युवा वैज्ञानिक और शिल्पी शामिल होंगे। यह आयोजन पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय, डीबीटी, डीएसटी, सीएसआईआर, परमाणु ऊर्जा विभाग, अंतरिक्ष विज्ञान विभाग, विज्ञान भारती, मप्र एवं प्रौद्योगिकी परिषद और मप्र शासन सहित 11 संस्थाओं के तत्वावधान में हो रहा है। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने निर्देश दिए कि सभी सत्रों में प्रदेश के सभी जिलों के चयनित छात्रों की हर हाल में भागीदारी सुनिश्चत की जाए। इस दौरान छात्रों सहित अन्य आंगतुकों के लिए बेहतर व्यवस्थाएं बनाने के निर्देश भी उन्होंने दिए। महोत्सव के दौरान प्रदेश की संस्कृति की झलक भी प्रभावी रूप से प्रदर्शित करने के निर्देश उनके द्वारा दिए गए।