एमपी के इंदौर से भी हज के लिए मिलेगी फ्लाइट, हज कमेटी ने लिखा पत्र
हज यात्रा पर जाने वालों के लिए जनवरी माह के दूसरे सप्ताह से ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी। यात्रियों को इस बार इंदौर से भी हज जाने के लिए फ्लाइट मिलेगी।
हज यात्रा पर जाने वालों के लिए जनवरी माह के दूसरे सप्ताह से ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी। यात्रियों को इस बार इंदौर से भी हज जाने के लिए फ्लाइट मिलेगी। जिसको लेकर एमपी हज कमेटी द्वारा नेशनल हज कमेटी के चेयरमैन एपी अब्दुल्ला कुट्टी को पत्र लिखा गया है। नागपुर से सीधी फ्लाइट उड़ाने की मांग भी की जा रही है।
8 जनवरी के बाद भरे जाएंगे आवेदन
हज जाने के लिए लोगों को ऑनलाइन फॉर्म भरना होगा। हज कमेटी के अध्यक्ष रफत वारसी के मुताबिक इसके लिए 8 जनवरी के बाद प्रक्रिया प्रारंभ हो सकती है। इसके लिए नेशनल हज कमेटी के दिशा निर्देशों का इंतजार किया जा रहा है। वहां से जो भी निर्देश प्राप्त होंगे उसी के अनुसार आगे की प्रक्रिया की जाएगी। हज यात्रा के खर्च में भी कटौती की उम्मीद जताई जा रही है। यात्रियों को आर्थिक रूप से परेशानी का सामना नहीं करना पड़े जिससे यात्रा के खर्च को भी कम करने की मांग की जा रही है।
भोपाल से फ्लाइट का मिल चुका है आश्वासन
भोपाल और इंदौर से मदीना के लिए पूर्व में सीधी स्पेशल फ्लाइट थी जिससे यात्रा करने वाले लोगों को सुविधा होती थी। किन्तु गत वर्षों में इस सेवा को बंद कर दिया गया था। जिससे हज की यात्रा में जाने वालों पर आर्थिक भार पड़ने के साथ ही उन्हें परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है। दिसम्बर माह में हुए सेमीनार के दौरान भोपाल और इंदौर से सेवा प्रारंभ करने के लिए मांग रखी गई थी जिस पर भोपाल से हज के लिए फ्लाइट प्रारंभ करने का आश्वासन मिल गया था। अब इंदौर से भी सेवा प्रारंभ करने के लिए एमपी हज कमेटी के अध्यक्ष द्वारा पत्र लिखा गया है। जिसको लेकर केन्द्र स्तर पर बात रखी जा रही है।
हज का कोटा बढ़ाया जाए
एमपी हज कमेटी के माध्यम से राज्य के औसतन 48सौ यात्री हज करने के लिए जाते हैं। वर्ष 2019 की बात की जाए तो यह आंकड़ा 6 हजार के पास तक पहुंच गया था। जबकि वर्ष 2022 में यात्रियों में कमी देखने को मिली। बताया गया है कि वर्तमान में ढाई हजार तक का कोटा ही दिया जाता है। आगामी यात्रा में हज का कोटा बढ़ाया भी जा सकता है जिसके लिए एमपी हज कमेटी द्वारा मांग भी की जा रही है। हज का कोटा बढ़कर 5 हजार तक हो सकता है।