विंध्य के इस जिले में भयंकर आंधी-तूफ़ान और बिजली, 5 की मौत
अनूपपुर। जिले में लगातार बदल रहे मौसम के मिजाज और प्री मानसून की आगमन में ११ जून की दोपहर तेज आंधी तूफान के साथ झमाझम बारिश हुई। जहां बारिश से गर्मी व उमस से राहत मिली, वहीं आंधी और तूफान ने कई स्थानों पर कहर बरपाया। घरों के छप्पर उड़ गए तो कहीं पेड़ जड़ सहित उखडक़र जमीन पर धराशायी हो गया। जबकि आकाशीय बिजली की चपेट में आने से फुनगा चौकी अंतर्गत ग्राम पंचायत देवरी के तीन गांवों में तीन महिला सहित दो पुरूष की मौत हो गई।
इस दौरान जिला मुख्यालय अनूपपुर, जैतहरी, बदरा, पसान, राजेन्द्रग्राम सहित आसपास के ग्रामीण अंचलों में जोरदार बारिश हुई। लगभग आधा घंटा तक झमाझम बारिश से धरा पानी से सराबोर हो गई वहीं बारिश के साथ तेज हवाओं से मौसम सुहाना हो गया। उपसंचालक कृषि एनडी गुप्ता ने बताया कि दोपहर हुई बारिश ज्यादा समय तक नहीं बरसी। अनूपपुर सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में २०-२५ मिनट जोरदार रूप में तथा फिर हल्की बूंदों के साथ बरस कर बंद हो गई। जबकि भालूमाड़ा, जैतहरी, राजेन्द्रग्राम इलाकों में १५-२० मिनट तक झमाझम बारिश हुई। उपसंचालक ने इसे बंगाल की खाड़ी में कम बने हवा के दबाव के कारण मौसम में बदलाव होने की बात कही। दोपहर बाद आसमान में काले बादल छाए हुए हैं, जिससे रात के समय भी बारिश की आशंका जताई गई है।
बॉक्स: आकाशीय बिजली में पांच की मौतभालूमाड़ा थाना के फुगना चौकी क्षेत्रांतर्गत ग्राम पंचायत देवरी के तीन अलग अलग स्थानों पर दोपहर आकाशीय बिजली गिरने से उसकी चपेट में आए पांच ग्रामीणों की दर्दनाक मौत हो गई। मरने वालों में तीन महिलाएं और दो पुरूष शामिल हैं। घटना के बाद देवरी ग्राम पंचायत में मातम छाया हुआ है। घटना दोपहर २.३० बजे से ३ बजे के बीच घटी। मृतकों में ग्राम मौहरी निवासी १९ वर्षीय श्यामबाई पिता मोतीलाल उर्फ नत्थू सिंह गोंड, ८ वर्षीय बालक कृष्णपाल सिंह पिता जगन्नाथ सिंह और २१ वर्षीय पुष्पलता देवी पति राजकुमार पनिका, बड़ी मौहरी गांव निवासी ३२ वर्षीय धनपत पिता मनधारी पाव निवासी रजबांध केशवाही शहडोल तथा कदमटोला टेढक़ीटोला निवासी प्रमिला बाई महरा पति बाबूराम महरा शामिल है।
बॉक्स: घरों में उड़े छप्पर, पेड़ हुआ जमींदोजएक ओर झमाझम बारिश से धरती तृप्त हुई, वहीं आंधी ने जगह जगह कहर बरपाया। ग्राम दैखल में आंधी से धनीराम केवट के घर में भी लगे 4 सीट टूट गए एवं छप्पर का आधा हिस्सा खुल पड़ गया। जबकि गांव के ही जुगल सिंह के घर की छप्पर हवाओं में उडक़र जमीन पर जा गिरी। गांव में लगभग आधा दर्जन घरों व दर्जनभर पेड़ों को नुकसान पहुंचा है।[signoff]