Singrauli News : फ्लाईऐश डैम के किनारे खेतों में भर गया राख का मलबा, फसलें बर्बाद
Singrauli / सिंगरौली। किसानों के लिए थर्मल पावर से निकलने वाला फ्लाईएश मुशीबत का शबब बना हुआ है। हल्की सी बारिश होते ही फ्लाईएश डेम से राख बहकर किसानों के खेतों में भर रहा है। हाल के दिनों में हुई बारिश में एक बार फिर फ्लाईएश डेम से पानी के साथ निकला राख किसानो के खेतो में जा भरा। जिससे खेतों में बोई फसल बर्बाद हो गई। प्रशासन के सख्त आदेश के बाद भी कम्पनियां स्थाई व्यवस्था नही बना पा रही है।;
Singrauli / सिंगरौली। किसानों के लिए थर्मल पावर से निकलने वाला फ्लाईएश मुशीबत का शबब बना हुआ है। हल्की सी बारिश होते ही फ्लाईएश डेम से राख बहकर किसानों के खेतों में भर रहा है। हाल के दिनों में हुई बारिश में एक बार फिर फ्लाईएश डेम से पानी के साथ निकला राख किसानो के खेतो में जा भरा। जिससे खेतों में बोई फसल बर्बाद हो गई। प्रशासन के सख्त आदेश के बाद भी कम्पनियां स्थाई व्यवस्था नही बना पा रही है।
राख में मौजूद है जहरीले तत्व
इस राख में कई तरह के जहरीले तत्व मौजूद होते हैं। जो शरीर के लिए हानिकारक होने के साथ ही फसलों को नष्ट कर देते हैं। थर्मल प्लांट से हर साल लाखों टन फ्लाई ऐश निकलता है। फ्लाई ऐश में भारी धातु जैसे आर्सेनिक, सिलिका, एल्युमिना, पारा और आयरन होते हैं, जो दमा, फेफड़े में तकलीफ, टीबी और यहां तक कि कैंसर तक का कारण बन सकते हैं।
व्यवस्था बनाने में कम्पनियां नाकाम
प्रशासन के बार-बार कहने के बाद भी कम्पनियां कोई ठोस व्यवस्था नहीं बना पा रही हैं। किसान मानव निर्मित इस आपदा के चंगुल में फंसा अपने आप को बेबस महशूस कर रहा है। किसान कई बार सरकार तथा प्रशासन से गुहार लगा चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नही हो रही। हल्की सी बारिश होते ही राख खेतों में पहुंच कर फसल को नष्ट कर रहा है।
किसनों की माने तो जुलाई माह के शुरआत से लेकर अब तक में दो बार बोनी कर चुके हैं। लेकिन हर बार राख खेत में भर जाने से फसल नष्ट हो जाती है।
ओबी मलवा बना मुशीबत
एक ओर जहां फ्लाईएश किसानो की फसलों को नष्ट कर रहा है तो वहीं खदानों का ओबी बारिश में बहकर किसानों के खेत मे पट रहा है। फिर चाहे वह प्रायवेट कम्पनियों का हो या फिर एनसीएल का। कोई भी व्यवस्था बनाने की ओर ध्यान नही दे रहे है।