VIDEO: एमपी का एक ऐसा स्कूल, यहां दोनो हाथों से बच्चे करते हैं लिखाई

एमपी के सिंगरौली जिले में संचालित स्कूल के बच्चे करते है दोनों हाथों से लिखाई

Update: 2022-11-15 13:16 GMT

Singrauli MP News: कहते है ज्ञान को जिस तरह से चाहे तो आप ग्रहण कर सकते है बर्सेतें आप के अंदर जोश और जुनून होना चाहिए। ऐसा ही कुछ कर रहे मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले में संचालित वीड़ा वादनी स्कूल में पढ़ने वाले एक-दो नही बल्कि सैकड़ों छात्र-छात्राएं। उनके हुनर को देख कर हर कोई हैरान हो जाता है, लेकिन ये बच्चे बड़े ही उत्साह के साथ अपने दोनों हाथों से एक साथ लिखाई कर रहें है।

23 वर्षो से संचालित है स्कूल

सिंगरौली मुख्यायल से तकरीवन 15 किलोमीटर दूर बुघेला गांव में संचालित वीड़ा वादनी स्कूल वर्ष 1999 में शुरू हुई थी। तब से यंहा पढ़ने वाले बच्चों को दोनो हाथों से लिखाई करने की शिक्षा भी दी जा रही है। स्कूल प्रशासन इसमें सफल भी हो रहा है। शायद देश का यह पहला ऐसा स्कूल है जंहा बच्चों को दोनों हाथों से लिखाई करवाई जाती है।

प्रथम राष्ट्रपति का किए थे अनुसरण

स्कूल के बच्चों द्वारा दोनों हाथों से लिखने की इस कला को लेकर स्कूल के संचालक वीरगंद शर्मा का कहना था कि बच्चों में इस कला को विकसित करने के लिए वे भारत के प्र्रथम राष्ट्रपति डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद से अनुसरण किए थे, उनका कहना है कि श्री शर्मा अपने दोनों हाथों से लिखाई करते थे। जिसके चलते उन्होने स्वयं अपने दोनो हाथों से लिखने की कला को सीखे है। उन्होने इस कला के विस्तारित करने के लिए स्कूल की शुरूआत किए और अपने स्कूल के बच्चो को दोनों हाथों से लिखने की कला का बढ़ा रहे है।

बच्चो में 5 भाषाओं का ज्ञान

बताते है कि यहां के बच्चों में हिन्दी, अंग्रेजी, उर्दू, संस्कृत एवं स्पेनिश भाषाओं का ज्ञान है। वे सभी भाषाओं को अपने दोनों हाथो से लिखते है।

विशेषज्ञों का कहना

बच्चो के दोनो हाथों से लिखने की इस कला के सबंध में विशेषज्ञों का कहना है कि बच्चो में वो हुनर होता है, जिसे आप चाहे तो जिस सांचे में ढ़ाल सकते है। वे उस तरह से कला में निपुण होगे। यही कला है दोनो हाथों से लिखने की।

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