सिंगरौली में पंचायत सचिव की 3 पत्नियां: झगड़ा हुआ तो तीनों उतरीं चुनावी मैदान में, निलंबित हुआ सेक्रेटरी
सिंगरौली में तीन पत्नियों वाला पंचायत सचिव निलंबित: पत्नियों के झगड़े हुए तो एक के खिलाफ दूसरी चुनाव लड़ने के लिए उतरी, अब तीसरी भी मैदान में.
सिंगरौली में तीन पत्नियों वाला पंचायत सचिव निलंबित: मध्य प्रदेश में इन दिनों पंचायत (MP Panchayat Election 2022) एवं नगरीय निकाय चुनाव (MP Local Body Election 2022) का त्यौहार चल रहा है. सिंगरौली में एक पंचायत सचिव की तीन पत्नियां हैं और तीनों चुनाव लड़ रहीं हैं. सचिव ने यह बात शासन और प्रशासन से छिपा रखी थी. जानकारी मिलने पर सेक्रेटरी को सीईओ ने शो कॉज नोटिस जारी किया, जिसका जवाब नहीं मिलने पर सस्पेंड कर दिया गया है.
दरअसल, सिंगरौली जिले के देवसर जनपद पंचायत क्षेत्र अंतर्गत घोघरा में पदस्थ पंचायत सचिव सुखराम सिंह तीन-तीन पत्नियों वाले पति हैं. ख़ास बात यह है कि सचिव की दो बीवियां एक दूसरे के खिलाफ सरपंच पद का चुनाव लड़ रही हैं. जबकि तीसरी जनपद सदस्य का चुनाव लड़ने के लिए मैदान में है.
पहली पत्नी का नाम कुसुमकली सिंह है और दूसरी का नाम गीता सिंह, ये दोनों ग्राम पंचायत पीपरखाड़ के सरपंच पद के चुनाव में एक दूसरे के आमने सामने हैं. जबकि तीसरी पत्नी भी चुनावी मैदान में है. सचिव की तीसरी पत्नी उर्मिला सिंह जपं देवसर के वार्ड क्रमांक 13 से जनपद सदस्य के लिए चुनावी मैदान में हैं.
सीईओ ने मांगी थी जानकारी
जनपद पंचायत सीईओ वीके सिंह ने अधीनस्थ कर्मचारियों से एक जानकारी मांगी थी. उन्होंने उन कर्मचारियों की जानकारी चाही थी, जिसके रिश्तेदार या परिवार में कोई चुनाव में प्रत्याशी हो. सीईओ द्वारा मांगी गई जानकारी पंचायत सचिव सुखराम सिंह ने उपलब्ध तो कराई, लेकिन तीन पत्नियों में से उसने सिर्फ दो ही पत्नी का जिक्र किया. जिसमें पहली और तीसरी पत्नी का नाम था. जबकि दूसरी पत्नी गीता सिंह पीपरखाड़ से निवर्तमान सरपंच हैं. गीता का नाम और उसकी जानकारी सचिव ने छिपा ली थी.
तीन पत्नियों वाला पंचायत सचिव निलंबित
मामला सामने आने के बाद सीईओ ने सचिव को कारण बताओ नोटिस जारी की गई. जिस पर सचिव द्वारा जवाब नहीं दिया गया, सीईओ ने कार्रवाई करते हुए सचिव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया और मुख्यालय अटैच कर दिया.
तीस साल पहले हुई थी पहली शादी
पंचायत सचिव सुखराम सिंह की पहली शादी कुसुमकली सिंह से तीस वर्ष पूर्व हुई थी. उसके 10 साल बाद उसने दूसरी शादी गीता सिंह से की थी और तीसरी शादी दो वर्ष पूर्व उर्मिला सिंह से की है. दूसरी पत्नी पीपरखाड़ से निवर्तमान सरपंच भी है. गीता से झगडे के चलते सुखराम ने पहली पत्नी कुसुमकली को उसी के खिलाफ चुनावी मैदान में उतारा है.