SHAHDOL : मेडिकल कालेज में सभी बेड फुल, नए मरीजों की भर्ती बंद
शहडोल। कोरोना मरीज लगातार तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। हालात ऐसे बन रहे हैं कि अस्पतालों के बाहर नोटिस चस्पा करनी पड़ रही है कि यहां मरीजों को भर्ती करने के लिये जगह नहीं है। ऐसा ही मामला मेडिकल कालेज शहडोल का सामने आया है जहां नए मरीजों के लिए दरवाजे बंद हो गए हैं। शनिवार को यहां की क्षमता के हिसाब से बेड फुल हो जाने के बाद मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने गेट पर नो इंट्री का बोर्ड लगा दिया। इस बोर्ड पर लिखा हुआ है कि वर्तमान में मेडिकल में सभी बेड फुल हैं नई भर्ती के लिए बेड उपलब्ध नहीं हैं।
शहडोल। कोरोना मरीज लगातार तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। हालात ऐसे बन रहे हैं कि अस्पतालों के बाहर नोटिस चस्पा करनी पड़ रही है कि यहां मरीजों को भर्ती करने के लिये जगह नहीं है। ऐसा ही मामला मेडिकल कालेज शहडोल का सामने आया है जहां नए मरीजों के लिए दरवाजे बंद हो गए हैं। शनिवार को यहां की क्षमता के हिसाब से बेड फुल हो जाने के बाद मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने गेट पर नो इंट्री का बोर्ड लगा दिया। इस बोर्ड पर लिखा हुआ है कि वर्तमान में मेडिकल में सभी बेड फुल हैं नई भर्ती के लिए बेड उपलब्ध नहीं हैं।
यह बोले कमिश्नर
जब कमिश्नर राजीव शर्मा से बात की गई तो उनको कहना था कि क्षमता से अधिक मरीज ले नहीं सकते। यही कारण है कि प्रबंधन ने इस तरह का निर्णय लिया है। कमिश्नर ने कहा कि हम बराबर ऑक्सीजन की उपलब्धता को लेकर प्रयास कर रहे हैं। शनिवार की शाम तक पांच मीट्रिक टन ऑक्सीजन हमें रीवा से उपलब्ध हो जाएगी इसके बाद हम भोपालए जैतहरी सहित जहां जहां से ऑक्सीजन उपलब्ध हो सकती है उसको मंगाने का प्रयास कर रहे हैं। जबकि मेडिकल कालेज के डीन डा. मिलिंद शिरालकर व अधीक्षक डा. नागेंद्र सिंह से संपर्क नहीं हो सका।
व्यवस्था पर उठाए सवाल
वहीं मेडिकल कालेज में मरीजों की भर्ती पर रोक लगाने को लेकर कांग्रेस नेता सूफियान खान ने व्यवस्था पर सवाल खड़े किये हैं। उन्होंने कहा कि मरीज कहां जाएं। आक्सीजन की व्यवस्था भी नहीं है। इस विषम परिस्थिति में जनता की मदद कौन करे। उनकी जान बचाने की जिम्मेदारी किसकी है। जो जनता के साथ अन्याय और धोखा हो रहा है। इन हालातों के लिए कौन जिम्मेदार है।