शहडोल: जमीन रजिस्ट्री के लिए डिप्टी रजिस्ट्रार मांग रहा था एक लाख रूपये, EOW ने रिश्वत लेते पकड़ा
रीवा की ईओडब्ल्यू टीम ने शहडोल में रिश्वत के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उपपंजीयक और उनके कर्मचारी को रंगे हाथ पकड़ लिया है
शहडोल। मंगवार को रीवा की ईओडब्ल्यू टीम ने शहडोल में भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. EOW की टीम ने उप पंजीयक और उसके एक संविदा कर्मचारी को एक लाख रूपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया है। ट्रैप की कार्रवाई में पकडे गए उप पंजीयक एवं कर्मचारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है.
कार्यालय में हुई कार्रवाई
रीवा ईओडब्ल्यू एसपी वीरेन्द्र जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि शहडोल जिले के सोहागपुर तहसील परिसर में संचालित पंजीयक कार्यालय में ईओडब्ल्यू की 14 सदस्यी टीम ने शिकायत के आधार पर छापेमार कार्रवाई की है। जहां रिश्वत ले रहे उप पंजीयक जय सिंह सिकरवार एवं उसके संविदा कर्मचारी दिवाकर द्विवेदी को एक लाख रूपये लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया है।
जमीन की रजिस्ट्री के एवज की थी एक लाख रुपए की डिमांड
एसपी ने बताया कि फरियादी राजेश मिश्रा ने उप पंजीयक के खिलाफ EOW में इसकी शिकायत की थी. राजेश कि उनकी जमीन की रजिस्ट्री करने के एवज में उप पंजीयक ने उनसे एक लाख रूपये की मांग की थी। शिकायत के आधार पर टीम शहडोल गई और योजना के तहत जैसे ही फरियादी ने कार्यालय पहुंचकर उप पंजीयक और संविदा कर्मचारी को रिश्वत के पैसे पकड़ाए वैसे ही मौके पर मौजूद EOW के अधिकारीयों ने उन्हें एक लाख रुपए घूस लेते दबोच लिया। दोनों रिश्वतखोरों की सांस अटक गई और जबकत वो कुछ समझ पाते तबतक उनके साथ कांड हो चुका था. दोनों के खिलाफ एंटी करप्शन एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया गया. जिसे न्यायालय में पेश किया जाएगा।
कार्यालय में खलबली
रजिस्ट्री कार्यालय में ईओडब्ल्यू के टीम होने की जानकारी लगते ही न सिर्फ उप पंजीयक और उसके कर्मचारी के होश उड़ गए बल्कि कार्यालय में खलबली मच गई, हांलाकि कार्यालय पहुंची ईओडब्ल्यू की टीम में शामिल पुलिसकर्मियों ने मोर्चा संभाला और गेट से किसी को भी अंदर और बाहर जाने की अनुमति नही दी, देर शाम तक यह कार्रवाई जारी रही.