हाथियों ने मचाई दहशत, पति-पत्नी को कुचल कर सुला दिया मौत की नींद
शहडोल में हाथियों ने मचाया आतंक पति-पत्नी को कुचल कर मौत की नींद सुला दिया
मध्यप्रदेश के शहडोल में: आज सुबह महुआ बिन रहे पति-पत्नी को हाथियों ने कुचल कर मौत की नींद सुला दी। इस घटना से पूरे क्षेत्र में सनाका खिंच गया है। दिल को दहला देने वाली यह घटना एमपी के शहडोल जिला अंतर्गत जयसिंहनगर वन परिक्षेत्र की है। घटना मंगलवार के आज सुबह साढ़े 5 बजे की बताई जा रही है।
इनकी हुई मौत
जानकारी के तहत चितरांव निवासी मोतीलाल उर्फ पोड़िया बसोर 52 वर्ष एवं उसकी पत्नी मुलिया बाई गांव के ही जंगल में महुआ बीनने के लिए गए हुए थे। बतो है कि वे महुआ बिन रहे थें इसी बीच हाथियों के दल वंहा पहुच गया। जब तक वे भाग पाते हाथी उन्हे चारों तरफ से घेर लिए और पैरों तले कुचल दिए। जिससे दोनों की मौके पर मौत हो गई। वन और पुलिस विभाग का अमला मौके पर कार्रवाई कर रहा है।
अनुपपुर के रास्ते पहुचा छग का दल
सूत्रों की माने तो, छत्तीसगढ़ की तरफ से हाथियों का यह दल अनूपपुर जिले में आतंक मचाते हुए शहडोल के जयसिंहनगर पहुंचा है। हालांकि, वन विभाग के अफसर इसे नया दल बता रहे हैं। जिसमें हाथियों के दो बच्चे भी साथ होने की बात बताई जा रही है।
ग्रामीणों में आक्रोश
पति-पत्नी की हाथियों के कुचलने से हुई मौत के बाद स्थानिय ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। उनका आरोप है कि वन अमला की लापरवाही से यह घटना हुई है। हाथियों को लेकर वन विभाग ने समय रहते कोई कदम नही उठाया। जिसके चलते ग्रामीण हाथियों के शिकार हो गए।
अब जगा वन अमला
इस घटना के बाद से वन विभाग की नींद खुली है। तो वही वन विभाग अब वन परिक्षेत्र जयसिंहनगर, अमझोर और सीधी से लगे गांवों में मुनादी करवा रहा है। जिसमें लोगों को जंगल में नहीं जाने की सलाह दी जा रही है। लोगो का कहना है कि वन विभाग अगर हाथियों को लेकर सूचना देता तो पति-पत्नी जंगल में न जाते और इस घटना से उन्हे बचाया जा सकता था। बहरहाल अधिकारी भी मौके पर पहुचे और पूरे मामले की जांच करवा रहे है।