Satna : कांग्रेस की आपसी खींचतान को फिर मिली हवा, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा, वाणी में संयम रखें कमलनाथ
सतना। विंध्य क्षेत्र के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल गुरुवार को अल्प प्रवास पर सतना पहंुचे थे। इस मौके पर मीडिया से चर्चा करते हुए श्री सिंह ने अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व मुख्यमंत्री को नसीहत दी। उन्होंने कहा कि वाणी पर संयम रखें जिससे भाजपा को राजनीति करने का मुद्दा न मिले। कांग्रेस नेता के इस बयान ने एक बार फिर पार्टी के अंदर मची खींचतान को हवा मिल गई है।
सतना। विंध्य क्षेत्र के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल गुरुवार को अल्प प्रवास पर सतना पहंुचे थे। इस मौके पर मीडिया से चर्चा करते हुए श्री सिंह ने अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व मुख्यमंत्री को नसीहत दी। उन्होंने कहा कि वाणी पर संयम रखें जिससे भाजपा को राजनीति करने का मुद्दा न मिले। कांग्रेस नेता के इस बयान ने एक बार फिर पार्टी के अंदर मची खींचतान को हवा मिल गई है।
आपको बता दें कि बीते सप्ताह मैहर प्रवास पर पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने प्रदेश में सरकार गिरने के पीछे विंध्य को भी जिम्मेदार ठहराया था और इसके साथ ही उन्होंने कोरोना संकट पर बयान देते हुए भारत को बदनाम देश कह डाला था। जिसके बाद पूरे प्रदेश में उनके बयान की जमकर किरकिरी हुई थी और भाजपा नेताओं द्वारा इसका विरोध भी किया गया था।
बयान से आपसी खींचतान उजागर
अजय सिंह राहुल गुरुवार को सतना प्रवास के बाद तुरंत भोपाल के लिए रवाना हो गए लेकिन उनके बयान ने एक बार फिर कांग्रेस की आपसी खींचतान को उजागर कर दिया है। अपने ही प्रदेश अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता के बारे में नसीहत देते हुए मीडिया से चर्चा के बाद कई तरह से कयास लगाए जाने लगे हैं। विंध्य में अजय सिंह राहुल का व्यक्तित्व एक दबदबे नेता के रूप में जाना जाता है। लेकिन इस तरह की बयानबाजी से बदनामी भी होती है।
नई खेमेबाजी अजय और नाथ
वर्तमान में विंध्य क्षेत्र में कांग्रेस में दो नये खेमे तैयार हैं। जिनमें अजय सिंह राहुल और कमल नाथ खेमा भी दो धड़ों में बंटा हुआ है। धरने प्रदर्शन से लेकर चुनावी कार्यक्रमों में भी आपसी खींचतान साफ नजर आती है। तीन माह पूर्व जहां सतना शहर में अजय सिंह राहुल ने महंगाई के विरोध में बड़ा शक्ति प्रदर्शन किया था जिसमें करीब 25 हजार लोगों की भीड़ जुटी थी जबकि इस बड़े प्रदर्शन में शहर के ही इकलौते कांग्रेस विधायक नहीं पहुंचे थे। उन्हें कहीं न कहीं कमल नाथ गुट का करार दिया जाता है जिसके कारण अजय सिंह राहुल के कार्यक्रमों में जिले की कांग्रेस दो धुरों में बंटी नजर आती है।