रीवा में BJP नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज: सांसद जनार्दन मिश्रा ने विधायक सिद्धार्थ तिवारी पर लगाए गंभीर आरोप, कहा- चाहे मुझे जिंदा जला दें; मैं चिल्लाऊंगा नहीं
रीवा में भाजपा के सांसद जनार्दन मिश्रा और त्योंथर विधायक सिद्धार्थ तिवारी के बीच जुबानी जंग छिड़ी हुई है। सांसद ने विधायक पर पार्टी कार्य में बाधा डालने का आरोप लगाया है।
मध्य प्रदेश के रीवा में भाजपा के नेताओं के बीच जुबानी जंग थमने का नाम नहीं ले रही है। रीवा लोकसभा सांसद जनार्दन मिश्रा और त्योंथर विधायक सिद्धार्थ तिवारी 'राज' के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। सांसद मिश्रा ने विधायक तिवारी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा में लोगों को शामिल होने से रोका था।
सांसद मिश्रा ने कहा, "मैंने विधानसभा चुनाव में सिद्धार्थ तिवारी का पूरा सहयोग किया था। लेकिन लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने भाजपा में आने की इच्छा रखने वाले लोगों को पार्टी में आने से रोका। जबकि पार्टी के स्पष्ट निर्देश थे कि जो भी लोग पार्टी में शामिल होना चाहते हैं, उन सभी को शामिल कर लिया जाए। सिद्धार्थ ने ऐसा क्यों किया, इस बात की जानकारी हमें नहीं है।"
सांसद ने यह भी कहा कि विधायक सिद्धार्थ के दादा स्वर्गीय श्रीनिवास तिवारी जो कि कांग्रेस के नेता थे, उनके बारे में बोलने पर सिद्धार्थ को बुरा लगता है। उन्होंने कहा, "श्रीनिवास तिवारी कांग्रेस पार्टी के नेता थे। जो कि मेरी विरोधी पार्टी है। इस नाते मेरा उनके कार्यकाल के बारे में बोलना स्वाभाविक है। मैं इसे गलत नहीं मानता। मैं भाजपा का कार्यकर्ता हूं, कांग्रेस का नहीं हूं।"
सांसद ने यह भी कहा कि लगातार पराजय के बाद सिद्धार्थ तिवारी के परिवार में जीत का खाता खुल पाया है। इसलिए मैं उनको शुभकामना देता हूं।
सांसद मिश्रा ने यह भी कहा कि अगर वह गलत साबित हो जाएं तो उन्हें जिंदा जला दिया जाए। उन्होंने कहा, "कुछ लोग मेरे पुतले जला रहे हैं। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि अगर मैं गलत साबित हो जाऊं तो मेरे पुतले की जगह मुझे जिंदा जला दें। जिन जगहों पर वे पुतले जलाने जाते हैं सीधा मुझे आमंत्रण दें। मैं खुद उस चौराहे पर आ जाऊंगा। अगर मैं गलत साबित हो गया तो वो मेरे पुतले की जगह पेट्रोल डालकर मुझे जिंदा जला दें। मैं चिल्लाऊंगा नहीं। ना ही थाने में कोई रिपोर्ट करूंगा।"
दूसरी ओर विधायक सिद्धार्थ तिवारी ने सांसद के बयान को अपने स्वर्गीय दादा का अपमान बताया है। उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति के दुनिया में रहते हुए उस व्यक्ति के बारे में इस तरह बोलना अशोभनीय और निंदनीय है। उन्होंने पार्टी फोरम में इसकी शिकायत भी की है।