रीवा में युवक ने रची खुद के अपहरण की साजिश: माँ से मांगी ₹2 लाख की फिरौती, कट्टे के साथ गिरफ्तार; पुलिस ने ऐसे खोली पोल
मध्य प्रदेश के रीवा जिले में एक युवक ने वाहन की किस्त चुकाने और निजी खर्चों के लिए अपने ही अपहरण का ड्रामा रचा। उसने माँ को फोन कर 2 लाख रुपये की फिरौती मांगी और खुद के हाथ बंधे होने की तस्वीर भी भेजी, लेकिन पुलिस ने साइबर सेल की मदद से उसे ढूंढ निकाला और साजिश का पर्दाफाश कर दिया।;

मध्य प्रदेश के रीवा जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहाँ एक युवक ने बैंक की किस्त चुकाने के दबाव में अपने ही अपहरण की झूठी कहानी गढ़ दी। समान थाना क्षेत्र के जिऊला गांव निवासी अमन विश्वकर्मा ने न केवल अपने लापता होने का ड्रामा किया, बल्कि अपनी माँ से ही दो लाख रुपये की फिरौती भी मांग ली। हालांकि, रीवा पुलिस की सक्रियता और साइबर सेल की मदद से इस पूरी साजिश का भंडाफोड़ हो गया।
इलाज के बहाने घर से निकलकर रचा ड्रामा
पुलिस के अनुसार, अमन विश्वकर्मा 29 मार्च, 2025 को घर से यह कहकर निकला था कि वह अपना इलाज करवाने जा रहा है। इसके बाद वह घर नहीं लौटा और उसका फोन भी बंद आने लगा। कुछ समय बाद, उसने एक अनजान नंबर से अपनी माँ को फोन किया और बताया कि कुछ लोगों ने उसका अपहरण कर लिया है और उसकी रिहाई के एवज में दो लाख रुपये की मांग कर रहे हैं। अपनी बात पर यकीन दिलाने के लिए अमन ने कुछ बच्चों की मदद से अपने हाथ बांधकर फोटो खिंचवाई और उसे अपनी माँ को भेज दिया।
माँ की सूचना पर पुलिस हुई सक्रिय, साइबर सेल से मिली मदद
बेटे के अपहरण और फिरौती मांगे जाने की खबर सुनकर माँ के होश उड़ गए। उन्होंने तत्काल समान थाने पहुंचकर पुलिस को पूरी घटना की जानकारी दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए रीवा एसपी विवेक सिंह ने तुरंत सीएसपी शिवाली चतुर्वेदी और थाना प्रभारी विकास कपीस के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया। पुलिस टीम ने साइबर सेल की मदद से युवक द्वारा इस्तेमाल किए गए नंबर और उसके मोबाइल की लोकेशन ट्रेस करना शुरू किया।
त्योंथर से रीवा तक पुलिस को छकाया, बदरांव में पकड़ाया
साइबर सेल की जांच में युवक की लोकेशन रीवा जिले के त्योंथर क्षेत्र में मिली। पुलिस टीम तत्काल त्योंथर के लिए रवाना हुई और आसपास के इलाकों में दो दिनों तक सघन तलाशी अभियान चलाया। त्योंथर में पुलिस की मौजूदगी भांपकर अमन घबरा गया और वहां से वापस रीवा की ओर भाग निकला। वह रीवा शहर के बाहरी इलाके बदरांव के पास छिप गया। पुलिस लगातार उसकी लोकेशन ट्रैक कर रही थी और अंततः उसे बदरांव के समीप से सकुशल बरामद कर लिया गया।
पूछताछ में कबूली साजिश, कट्टा भी बरामद
युवक के सकुशल मिलने पर पुलिस और परिजनों ने राहत की सांस ली। पुलिस उसे थाने लेकर आई और पूछताछ शुरू की। शुरुआत में वह अपहरण की कहानी दोहराता रहा, लेकिन पुलिस की सख्ती के बाद वह टूट गया और उसने पूरी सच्चाई उगल दी। अमन ने कबूल किया कि उसने एक वाहन फाइनेंस कराया था, जिसकी लगभग 60 हजार रुपये की किस्त बकाया थी। बैंक वाले किस्त जमा करने के लिए लगातार दबाव बना रहे थे। किस्त चुकाने और अपने अन्य निजी खर्चों के लिए पैसे जुटाने हेतु उसने अपने अपहरण की यह झूठी साजिश रची थी। पुलिस ने उसके कब्जे से एक देशी कट्टा भी बरामद किया है, जिसे उसने उत्तर प्रदेश के बांदा जिले से खरीदा था।
आर्म्स एक्ट में मामला दर्ज, भेजा गया जेल
एसपी विवेक सिंह ने बताया कि युवक ने कर्ज चुकाने के लिए अपहरण की झूठी साजिश रची थी, जिसे पुलिस ने सफलतापूर्वक उजागर कर दिया है। युवक को सकुशल बरामद कर लिया गया है। उसके पास से अवैध हथियार (कट्टा) बरामद होने पर उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत अलग से मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने आरोपी युवक को न्यायालय में पेश किया, जहाँ से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।