Tourist Places in Rewa: प्राकृतिक खूबसूरती से भरपूर हैं रीवा के ये पर्यटन स्थल, बारिश के मौसम में जरूर घूमें
Tourist Places in Rewa: मध्यप्रदेश के रीवा जिले में ऐसे कई पर्यटक स्थल हैं, जो प्राकृतिक खूबसूरती से भरपूर हैं. बारिश के मौसम में इन स्थानों पर आप जरूर घूमें...
Tourist Places in Rewa: मध्यप्रदेश के रीवा जिले में ऐसे कई पर्यटक स्थल हैं, जो प्राकृतिक खूबसूरती से भरपूर हैं. आज हम आप को रीवा के आसपास के उन टूरिस्ट प्लेसेस के बारे में बता रहें हैं, जिन्हे आपको बारिश के मौसम में जरूर घूमना चाहिए.
पुरवा जलप्रपात, सेमरिया रीवा
रीवा जिले के सेमरिया अंतर्गत पुरवा जलप्रपात (Purva Waterfalls) आता है. यह बसावन मामा के पास है, जो एक पवित्र और पर्यटक स्थल है. बारिश के मौसम में यह प्रपात बेहद खूबसूरत होता है. हजारों पर्यटक यहां लुफ्त उठाने आते हैं. 230 फिट ऊंचाई वाले इस झरने में जल नीचे जाते ही दुधिया बौछारें देता है, जो काफी मनमोहक होता है. रीवा मुख्यालय से महज 35 किमी की दूरी पर यह पर्यटक स्थल है, जहां आप घूम सकते हैं.
चचाई जलप्रपात, सेमरिया रीवा
रीवा के सेमरिया स्थित चचाई जलप्रपात भारत का 25वाँ और मध्य प्रदेश का दूसरा सबसे ऊँचा जलप्रपात है और बीहर नदी पर स्थित है. इस जलप्रपात की ऊंचाई 430 फिट है. यह रीवा से 40 किलोमीटर दूर है. जो बेहद मनमोहक है. यह मध्यप्रदेश के मुख्य पर्यटक स्थलों में से एक है, जहाँ हजारों के संख्या में टूरिस्ट आते हैं.
क्योंटी जलप्रपात, सिरमौर रीवा
रीवा जिले के सिरमौर स्थित 322 फिट ऊँचा क्योंटी जलप्रपात भी देश के खूबसूरत जलप्रपातों में शुमार है. क्योंटी फाल में भी कई पर्यटक आते हैं और प्राकृतिक सौंदयता का लुफ्त उठाते हैं.
बहुती जलप्रपात, मऊगंज रीवा
बहुती जलप्रपात को मध्यप्रदेश के सबसे ऊँचे और भारत के 17वे सबसे हाईएस्ट जलप्रपात का तगमा हासिल है. रीवा के नईगढ़ी (मऊगंज) स्थित बहुती जलप्रपात की ऊंचाई 650 फिट है. अगर आप प्रकृति प्रेमी हैं तो इस वॉटरफॉल पर जरूर घूमने जाएं.
महाराजा मार्तंड सिंह जूदेव (मुकुंदपुर) व्हाइट टाइगर सफारी, सतना
महाराजा मार्तंड सिंह जूदेव व्हाइट टाइगर सफारी और चिड़ियाघर रीवा संभाग के सतना जिले के मुकुंदपुर में स्थित है. चिड़ियाघर का मुख्य आकर्षण व्हाइट टाइगर सफारी है जिसमें लोगों को प्रतिष्ठित सफेद बाघों को देखने का मौका मिलता है. सफेद बाघ के साथ-साथ चिड़ियाघर के परिसर में 40 विभिन्न लुप्तप्राय प्रजातियाँ और 60 से अधिक गैर-लुप्तप्राय प्रजातियाँ भी हैं. यह रीवा से महज 20 किमी की दूरी पर स्थित है.