अचानक SGMH पहुंचे रीवा कमिश्नर, कलेक्टर; 3 घंटे तक अधीक्षक-डीन की क्लास ली, जमकर खरी-खोटी सुनाई

SSMC और SGMH की अव्यवस्था पर मंथन करने अचानक पहुंचे थें कमिश्नर-कलेक्टर, अस्पताल की इमरजेंसी में महिला का नग्न फोटो और वीडियो वायरल होने पर भड़के.

Update: 2021-08-20 03:18 GMT
एसजीएमएच रीवा 

रीवा। संजय गांधी अस्पताल (SGMH) और श्याम शाह मेडिकल कॉलेज (SSMC) की अव्यवस्था पर कमिश्नर और कलेक्टर जमकर भड़के गुरुवार की शाम डीन से लेकर अधीक्षक और विभागाध्यक्षों की साढ़े तीन घंटे मैराथन बैठक चली। आकस्मिक चिकित्सा कक्ष के सामने बैठी नग्न महिला का वीडियो और फोटो वायरल होने पर अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। साथ ही अस्पताल की व्यवस्थाओं में सुधार लाने के निर्देश भी दिए।

जानकारी के मुताबिक़ गुरुवार की शाम 6 बजे श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के मीटिंग हाल में अचानक डीन के अलावा अधीक्षक, विभागाध्यक्ष पहुंच गए। कुछ देर बाद ही कलेक्टर और कमिश्नर भी मीटिंग में पहुंचे। यहां डॉक्टरों के अलावा मैट्रन को भी बुलाया गया था। बंद दरवाजे के अंदर मीटिंग शुरू हुई तो साढ़े नौ बजे तक जारी रही। बंद कमरे में किसी को अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई। कलेक्टर और कमिश्नर ही सभी की परेड लेते रहे।

बैठक में सबसे बड़ा मुद्दा आकस्मिक चिकित्सा कक्ष के बाहर नग्न हालत में बैठी विक्षिप्त महिला का था। महिला का नग्न हालत का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था। इससे अधिकारियों की जमकर किरकिरी हुई। डॉक्टर के अलावा स्टाफ के सामने महिला नग्न हालत में घंटों बैठी रही लेकिन किसी ने उसका तन ढकने की कोशिश नहीं की। यह वीडियो वायरल होने के बाद प्रबंधन हरकत में आया और अधिकारियों की परेड लेने कॉलेज पहुंच गया।

बजट और राशि कहां खर्च की?

कमिश्नर अनिल सुचारी और कलेक्टर डॉ इलैया राजा टी ने सबसे अधिक डीन डॉ मनोज इंदूलकर और अधीक्षक डॉ एसपी गर्ग के प्रति नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि लगातार अस्पताल की खराब छवि सामने आ रही है। उन्होंने अस्पताल में वार्ड ब्वाय को थप्पड़ मारने के मामले में भी अधिकारियों को खरी खोटी सुनवाई कलेक्टर ने कायाकल्प के नाम पर खर्च किए गए करोड़ों रुपए पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि कायाकल्प में इतना बजट और राशि कहां खर्च कर दी गई।

डॉ. अम्बरीश पर छवि सुधारने की जिम्मेदारी

इसके अलावा उन्होंने अस्पताल की पॉजिटिव खबरें बाहर पहुंचाने के लिए डॉ अम्बरीश मिश्रा को पीआरओ भी बनाने के आदेश जारी कर दिए हैं। अब उन्हीं के पास खराब छवि को सुधारने की जिम्मेदारी होगी। बैठक में अधिकारियों को कहा गया कि सभी आपस में तालमेल बनाकर काम करें एक भी दिन अस्पताल और कालेज की अच्छी खबरें बाहर नहीं आती। हर दिन यहां विवादित और निगेटिव खबरे ही सामने आती है। उन्होंने प्रबंधन और डॉक्टरों को बेहतर काम करने की नसीहत दी है। अब देखना यह होगा कि उनकी नसीहत कितने दिन काम आती है।

कमेटी बनाई जाएगी, जो व्यवस्थाएं सुधारेगी

बैठक में कलेक्टर और कमिश्नर ने एक कमेटी बनाकर अस्पताल और कॉलेज की व्यवस्थाएं देखने और उन्हें सुधारने के निर्देश दिए हैं। इस कमेटी में कितने सदस्य और कौन कौन होगा। यह तय नहीं हो पाया है। डीन स्तर पर सोमवार को आफिस खुलने पर आगे निर्णय लिया जाएगा। इसके अलावा भोपाल से मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के लिए पीडब्लूडी के पास पहुंचने वाले बजट का सदुपयोग करने और नजर रखने के भी निर्देश दिए गए हैं।

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