चुनाव के ठीक पहले कांग्रेस को बड़ा झटका: भाजपा में शामिल हुए कांग्रेस प्रवक्ता बृजेश पांडे, रीवा में प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने दिलाई सदस्यता

एमपी कांग्रेस ने त्रिस्तरीय पंचायत एवं नगरीय निकाय चुनाव के ठीक पहले अपना एक और जमीनी कार्यकर्ता खो दिया है. कांग्रेस प्रवक्ता बृजेश पांडे ने रीवा में भाजपा की सदस्यता ले ली है.

Update: 2022-06-24 11:20 GMT

एमपी में त्रिस्तरीय पंचायत एवं नगरीय निकाय चुनाव के ठीक पहले कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है. कांग्रेस ने अपना एक और जमीनी कार्यकर्ता खो दिया है. कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता रहे बृजेश पांडे ने रीवा में भाजपा की सदस्यता ले ली है. पांडे को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने रीवा में प्राथमिक सदस्यता दिलाई है. 

शुक्रवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा रीवा दौरे पर आए हुए हैं. उन्होंने भाजपा से रीवा मेयर कैंडिडेट प्रबोध व्यास के समर्थन में एक सभा को सम्बोधित किया एवं भाजपा के पक्ष में मत देने के लिए जनता से अपील की. इसके ठीक पहले उन्होंने कांग्रेस के दिग्गज प्रवक्ता रहें इंजी. बृजेश पांडे को भाजपा की सदस्यता दिलाई है. इस दौरान रीवा सांसद जनार्दन मिश्रा, पूर्व मंत्री एवं रीवा विधायक राजेंद्र शुक्ल, भाजपा जिलाध्यक्ष अजय सिंह समेत पार्टी के पदाधिकारी और कई कार्यकर्ता मौजूद रहें. 

कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपाई हुए बृजेश

बृजेश पांडे कांग्रेस पार्टी के एक सक्रिय कार्यकर्ता रहें हैं. उन्होंने लंबे समय तक कांग्रेस के साथ काम किया. इस दौरान वे संगठन के कई पदों में भी आसीन रहें. लेकिन हफ्ते भर पूर्व उन्होंने अचानक से कांग्रेस को त्यागपत्र सौप दिया और शुक्रवार को भाजपा में शामिल हो गए. 

कांग्रेस से त्यागपत्र देने के सवाल पर उन्होंने बताया कि उन्होंने खुद राष्ट्रवाद राष्ट्रीय एकता अखंडता से प्रेरित होकर अपनी इच्छा से कांग्रेस से त्यागपत्र दिया है. वहीं कांग्रेस द्वारा बृजेश पांडे को पार्टी से 6 वर्ष तक के लिए निष्काषित करने का पत्र भी जारी किया गया है. जिसे लेकर श्री पांडे का कहना है कि कांग्रेस को उन्होंने पहले ही अपने इस्तीफा सौंप दिया था. लेकिन पार्टी के आलाकमान ने उनका इस्तीफा पेंडिंग रखा हुआ था. श्री पांडे का कहना है कि मैंने अपनी स्वेच्छा से पार्टी से त्यागपत्र दिया है. जिस कांग्रेस के लिए मैंने सेवाएं दी है अब वह कांग्रेस नहीं रह गई, मेरे लिए पार्टी विशेष से परे राष्ट्र है.

दरअसल, बृजेश पांडे की गिनती ऐसे नेताओं में होती है, जो बेहद शालीन और मर्यादित भाषाओं का इस्तेमाल करते हैं. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता रहते हुए भी उन्होंने सत्तापक्ष के खिलाफ मुद्दे उठाएं लेकिन कभी भी किसी के खिलाफ अमर्यादित शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया और अपनी ही पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री जैसे पद के लिए दिए जा रहे बयानों पर वे आपत्ति जताते रहें हैं और अपने ही नेताओं को शालीन भाषाओं के प्रयोग की नसीहत देते रहें हैं. इसी वजह से उनकी कांग्रेस से दूरी बढ़ती गई, आख़िरकार बृजेश पांडे कांग्रेस से त्यागपत्र देकर भाजपा में शामिल हो गए.

Tags:    

Similar News