रीवा पुलिस की बड़ी कार्रवाई: एक करोड़ 22 लाख रुपए की 72,000 नशीली दवाओं की शीशियां जब्त, आरोपी पिता-पुत्र गिरफ्तार
रीवा पुलिस ने मध्य प्रदेश में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए 72,000 प्रतिबंधित दवाओं की शीशियां जब्त की हैं। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
रीवा पुलिस ने मध्य प्रदेश में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए प्रतिबंधित नशीली दवाओं के कारोबार में लिप्त दो आरोपियों को सागर जिले से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके गोदाम से 72,000 प्रतिबंधित कोडिन युक्त कफ सिरप की शीशियां जब्त की हैं, जिनकी कीमत 1 करोड़ 22 लाख 40 हजार रुपये है। इस मामले में पुलिस ने NDPS एक्ट और मध्य प्रदेश ड्रग्स कंट्रोल एक्ट की विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
रीवा जोन में नशीली दवाओं के अवैध कारोबार की सूचना मिलने पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की। रीवा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक महेन्द्र सिंह सिकरवार, पुलिस उप महानिरीक्षक साकेत प्रकाश पाण्डेय और पुलिस अधीक्षक रीवा विवेक सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया। टीम ने थाना चोरहटा क्षेत्र में की गई कार्रवाई में सागर जिले में भारी मात्रा में प्रतिबंधित नशीली कफ सिरप बरामद की।
आरोपियों की पहचान सागर जिले के मोतीनगर थाना क्षेत्र के अरविंद पिता स्व. हजारीलाल जैन और उसके बेटे सिटीजन उर्फ सत्तू जैन के रूप में हुई। यह दोनों रीवा तक प्रतिबंधित दवाओं की सप्लाई करते थे। पुलिस ने मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया और जांच के बाद पाया कि रीवा में सप्लाई की जाने वाली नशीली कफ सिरप का लिंक टाटा फार्मा मेडिकल एजेंसी (फर्म) अरविंद जैन से है। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर पूछताछ की गई और पुलिस रिमांड पर लिया गया।
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे रीवा के सरगना के माध्यम से नशीली दवाओं का अवैध कारोबार करते थे। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर सागर स्थित गोदाम में दबिश दी और वहां से 72,000 प्रतिबंधित दवाओं की शीशियां बरामद कीं। अभी तक की जांच में पुलिस अन्य जरूरी विभागों से संपर्क स्थापित कर उच्च स्तरीय विवेचना कर रही है।