बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए काटे जा रहे 20,000 मैंग्रोव पेड़! बॉम्बे हाईकोर्ट ने इजाजत देदी
20,000 mangrove trees being cut for the bullet train project: यही विकास की कीमत है? बुलेट ट्रेन के लिए पूरा का पूरा जंगल साफ़ कर देना विकास कहलाता है?
Bullet Train Mangrove Jungle: भारत में पहली बुलेट ट्रेन शुरू करने का काम चल रहा है. निश्चितरूप से बुलेट ट्रेन का संचालन देश के विकास को गति देने वाला है मगर इस विकास की कीमत किसे अदा करनी होगी? बॉम्बे हाई कोर्ट ने नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन ((National High Speed Rail Corporation, NHSRCL) बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए पूरा का पूरा जंगल साफ़ कर देने की अनुमति दे दी है. मुंबई अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट (Mumbai Ahmedabad Bullet Train Project) के लिए 20,000 मैंग्रोव पेड़ काट दिए जाएंगे।
बता दें कि बॉम्बे हाई कोर्ट ने NHSRCL को मैंग्रोव के जंगल को काट डालने की अनुमति दे दी है. यह मैंग्रोव जंगल उसी रास्ते में है जहां से Mumbai Ahmedabad Bullet Train के लिए पटरी बिछाने का काम किया जाना है. यह मैंग्रोव के जंगल पालघर से ठाणे जैसे जिलों के बीच पड़ते हैं.
बुलेट ट्रेन के लिए काटे जाएंगे मैंग्रोव के जंगल
लाइव लॉ के रिपोर्ट के अनुसार बॉम्बे हाई कोर्ट के चीफ़ जस्टिस दिपांकर दत्ता और जस्टिस अभय अहूजा की पीठ ने NHSRCL को 20 हज़ार मैंग्रूव पेड़ काटने की इजाज़त दे दी. NHSRCL ने बॉम्बे हाई कोर्ट में प्रोजेक्ट के 'पब्लिक इम्पोर्टेंस' का हवाला देकर अर्ज़ी डाली थी.
कोर्ट ने NHSRCL को काटे जाने वाले मैंग्रोव पेड़ों की संख्या कम करने का आदेश दिया था. NHSRCL की तरफ़ से कोर्ट में हाज़िर हुए एडवोकेट प्रह्लाद परांजपे और एडवोकेट मनीष केल्कर ने बताया कि काटे जाने वाले पेड़ों की संक्या 53,467 से घटाकर 21,997 की गई है.
मैंग्रोव पेड़ इम्पोर्टेन्ट हैं या बुलेट ट्रेन
जाहिर है विकास के लिए बुलेट ट्रेन ज़्यादा जरूरी समझ में आती है. मगर दूसरे नजरिये से देखें तो मैंग्रोव के जंगल हमें विनाश से बचाते हैं. मैंग्रtव वन जलवायु परिवर्तन के कारण समुद्र के स्तर में वृद्धि से तटीय क्षेत्रों की रक्षा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. इनकी जाली जैसी जड़ें जमीन में मिट्टी के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, और यह आने वाली तरंगों और ज्वरीय धाराओं की स्पीड कम करने में मददगार होते हैं.वातावरण से कार्बन डाइऑक्साइड को घटाने में सहायक हैं. बावजूद इसके सरकार अपनी बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए इनको खत्म करने पर आमादा है. यह बाढ़, सुनामी जैसी प्राकृतिक आपदाएं रोकने में अहम भूमिका निभाते हैं मैंग्रूव पेड़. यही नहीं वर्षावनों से पांच गुना ज़्यादा कार्बन डायऑक्साइड खींचते हैं. बावजूद इसके सरकार अपनी बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए इनको खत्म करने पर आमादा है.