ग्रह गोचर अप्रैल 2025: 3 खतरनाक योग बिगाड़ सकते हैं इन राशियों का खेल, 14 अप्रैल तक रहें बेहद सावधान
अप्रैल 2025 ज्योतिष की दृष्टि से महत्वपूर्ण है क्योंकि ग्रहों की चाल कई राशियों के लिए चुनौतियां ला सकती है। इस महीने शनि-बुध, सूर्य-शनि (ग्रहण योग) और सूर्य-शुक्र-शनि (त्रिग्रही योग) जैसे योग बन रहे हैं। जानें किन राशियों को विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है, खासकर 14 अप्रैल तक।;

ग्रह गोचर अप्रैल 2025: अप्रैल का महीना ग्रह-नक्षत्रों की चाल के लिहाज से काफी उथल-पुथल भरा रहने वाला है। इस महीने कई महत्वपूर्ण ग्रह अपनी राशि या नक्षत्र बदल रहे हैं, जिससे कई प्रकार के शुभ और अशुभ योगों का निर्माण हो रहा है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रहों के संयोग (युति) का सभी राशियों पर गहरा प्रभाव पड़ता है। अप्रैल 2025 में कुछ ऐसी ग्रह स्थितियां बन रही हैं, जो विशेष रूप से 3 प्रतिकूल या 'खतरनाक' योगों का निर्माण कर रही हैं। इन योगों के प्रभाव से कुछ राशि के जातकों को जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सतर्कता बरतने की सलाह दी जाती है।
शनि-बुध की युति (3 अप्रैल से)
न्याय के देवता शनिदेव वर्तमान में पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में विराजमान हैं। दिनांक 3 अप्रैल, 2025 को बुद्धि और वाणी के कारक ग्रह बुध भी इसी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। शनि और बुध का एक ही नक्षत्र में आना एक महत्वपूर्ण युति का निर्माण करेगा। ज्योतिष में शनि और बुध के संबंध मिले-जुले परिणाम देते हैं, लेकिन कुछ राशियों के लिए यह युति चुनौतीपूर्ण हो सकती है।
किन राशियों पर नकारात्मक प्रभाव
शनि-बुध की यह युति विशेष रूप से सिंह, वृश्चिक और मकर राशि वालों के लिए कुछ कठिनाइयां पैदा कर सकती है। इन राशि के जातकों को अपने निर्णयों, संवाद और कामकाज में विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। भ्रम या देरी की स्थिति बन सकती है।
सूर्य-शनि युति: 'ग्रहण योग' का प्रभाव (14 अप्रैल तक)
ग्रहों के राजा सूर्य 14 मार्च से मीन राशि में गोचर कर रहे हैं, और कर्मफल दाता शनि भी 29 मार्च से इसी राशि में आ चुके हैं। मीन राशि में पिता-पुत्र माने जाने वाले इन दो ग्रहों का एक साथ होना 'ग्रहण योग' का निर्माण कर रहा है। यह युति 14 अप्रैल तक बनी रहेगी, जब तक सूर्य मीन राशि से निकलकर मेष राशि में प्रवेश नहीं कर जाते। ग्रहण योग को ज्योतिष में सामान्यतः शुभ नहीं माना जाता।
किन राशियों को सावधान रहने की जरूरत
सूर्य-शनि की मीन राशि में युति के कारण मेष, सिंह, कन्या, धनु और मीन राशि वालों को 14 अप्रैल तक अधिक सावधान रहने की आवश्यकता है। इस अवधि में पारिवारिक जीवन में तनाव, करियर में बाधाएं और आर्थिक मामलों में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। आत्मविश्वास में कमी या वरिष्ठों से मतभेद भी संभव है।
त्रिग्रही योग: सूर्य-शुक्र-शनि का संयोग (14 अप्रैल तक)
अप्रैल महीने में 14 तारीख तक मीन राशि में तीन ग्रहों का जमावड़ा रहेगा। सूर्य और शनि के साथ यहां शुक्र ग्रह भी मौजूद रहेंगे, जिससे 'त्रिग्रही योग' का निर्माण हो रहा है। ज्योतिष में तीन ग्रहों, विशेषकर जब उनमें सूर्य और शनि जैसे परस्पर विरोधी ग्रह शामिल हों, की युति को अक्सर प्रतिकूल माना जाता है।
किन राशियों को रहना होगा सतर्क
सूर्य, शुक्र और शनि की यह युति जातकों के जीवन में कई तरह की परेशानियां ला सकती है, जैसे शारीरिक कष्ट, वैवाहिक जीवन में अशांति या तनाव और नैतिक मूल्यों में गिरावट। इस त्रिग्रही योग के कारण 14 अप्रैल तक मीन, तुला और धनु राशि वालों को विशेष रूप से सतर्क रहने की सलाह दी जाती है। स्वास्थ्य का ध्यान रखें और रिश्तों में धैर्य बनाए रखें।
शुक्र-मंगल का संयोग मीन राशि में
भौतिक सुखों के कारक शुक्र ग्रह 31 मई तक मीन राशि में ही विराजमान रहेंगे। वहीं, ऊर्जा और पराक्रम के कारक मंगल ग्रह भी 29 जून तक इसी राशि में गोचर करेंगे। इस प्रकार, मीन राशि में शुक्र और मंगल का संयोग भी बन रहा है। यह युति भावनाओं, रिश्तों और ऊर्जा के स्तर में तीव्रता ला सकती है। इसके प्रभाव मिश्रित हो सकते हैं, जो व्यक्ति की कुंडली पर निर्भर करेंगे।
(नोट: यह ज्योतिषीय विश्लेषण ग्रहों की सामान्य स्थिति पर आधारित है। व्यक्तिगत कुंडली के अनुसार प्रभाव भिन्न हो सकते हैं।)