गुजरात पटाखा फैक्ट्री विस्फोट: MP के 21 मजदूरों की दर्दनाक मौत, कई घायल; CM ने दिए मदद के निर्देश

गुजरात के बनासकांठा जिले के डीसा में आज सुबह एक पटाखा फैक्ट्री में भीषण बॉयलर विस्फोट होने से मध्य प्रदेश के हरदा और देवास जिलों के 21 मजदूरों की मौत हो गई। हादसे में 3 लोग गंभीर रूप से घायल हैं और कई के मलबे में दबे होने की आशंका है। जानें पूरी घटना, मुआवजे का ऐलान और विपक्ष की प्रतिक्रिया।;

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Update: 2025-04-01 14:47 GMT
गुजरात पटाखा फैक्ट्री विस्फोट: MP के 21 मजदूरों की दर्दनाक मौत, कई घायल; CM ने दिए मदद के निर्देश
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मध्य प्रदेश के लिए आज का दिन बेहद दुखद खबर लेकर आया। गुजरात के बनासकांठा जिले के डीसा स्थित एक पटाखा फैक्ट्री में मंगलवार सुबह करीब 8 बजे हुए भीषण बॉयलर विस्फोट में प्रदेश के 21 मजदूरों की जान चली गई। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, सभी मृतक मजदूर मध्य प्रदेश के हरदा जिले के हंडिया और देवास जिले के संदलपुर गांव के निवासी थे। ये मजदूर रोजी-रोटी की तलाश में महज दो दिन पहले ही गुजरात पहुंचे थे। हादसे में 3 मजदूरों की हालत गंभीर बनी हुई है, जबकि 5 अन्य को मामूली चोटें आई हैं। आशंका जताई जा रही है कि अभी भी कुछ मजदूर मलबे में दबे हो सकते हैं, जिससे मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। इस खबर के बाद मृतकों के गांवों में मातम पसर गया है और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

सुबह हुआ भीषण विस्फोट, बिखरे अंग

यह दर्दनाक हादसा उस समय हुआ जब मजदूर फैक्ट्री के अंदर पटाखे बनाने का काम कर रहे थे। विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि फैक्ट्री की इमारत बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और कई मजदूरों के शरीर के अंग क्षत-विक्षत होकर लगभग 50 मीटर दूर तक जा गिरे। बचाव दलों को फैक्ट्री के पीछे स्थित खेतों में भी मानव अंग मिले हैं। धमाके के बाद लगी भीषण आग पर काबू पाने में फायर ब्रिगेड की टीमों को 5 से 6 घंटे का समय लगा।

घायलों की स्थिति और चश्मदीद की आपबीती

डीसा की एसडीएम नेहा पांचाल ने जानकारी दी कि सभी घायलों को तत्काल स्थानीय सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें से तीन लोगों की हालत चिंताजनक है, जो 40 प्रतिशत से अधिक झुलस चुके हैं। डीसा सिविल अस्पताल के अधीक्षक डॉ. सुनील जोशी ने बताया कि उनके अस्पताल लाए गए दो मरीजों में से एक 60% से अधिक जला है और उसकी हालत अत्यंत गंभीर है, जबकि दूसरा 8-10% जला है। हादसे में घायल हुए विजय नामक एक मजदूर ने बताया, 'हम अंदर काम कर रहे थे, तभी अचानक बहुत तेज धमाका हुआ। हमें कुछ समझ नहीं आया, हम बेहोश हो गए। जब आंख खुली तो चारों तरफ आग थी। हम किसी तरह जली हुई हालत में ही फैक्ट्री से बाहर भागे।'

फैक्ट्री के पास बनाने का लाइसेंस नहीं? जांच जारी

हादसे का शिकार हुई फैक्ट्री का नाम 'दीपक ट्रेडर्स' है और इसके मालिक का नाम खूबचंद सिंधी बताया जा रहा है। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि फैक्ट्री मालिक के पास केवल पटाखे बेचने का लाइसेंस था, न कि उन्हें बनाने का। आरोप है कि वह अवैध रूप से विस्फोटक लाकर यहां पटाखे बनवा रहा था। स्थानीय पुलिस इस गंभीर लापरवाही के पहलू पर गहन जांच कर रही है।

सरकारों ने की मुआवजे की घोषणा, CM यादव ने जताया दुख

गुजरात सरकार ने इस भीषण हादसे पर दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। वहीं, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने लिखा, "श्रमिकों की असामयिक मृत्यु तथा गंभीर घायल होने का दुखद समाचार अत्यंत हृदयविदारक है। शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी गहन संवेदना व्यक्त करता हूं। प्रदेश सरकार घायल श्रमिकों व मृतकों के परिजनों की हरसंभव मदद के लिए प्रतिबद्ध है। दुर्घटना के संबंध में गुजरात सरकार के साथ सतत संपर्क किया जा रहा है।"

विपक्ष ने उठाए पलायन और रोजगार पर सवाल

इस दुखद घटना पर मध्य प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने सवाल उठाया कि रोजगार देने के दावे करने वाली सरकार इतनी अक्षम क्यों है कि प्रदेश के मजदूरों को जान जोखिम में डालकर दूसरे राज्यों में पलायन करना पड़ रहा है। उन्होंने मामले की उच्चस्तरीय जांच, दोषियों को सजा दिलाने, पीड़ित परिवारों को मध्य प्रदेश सरकार द्वारा समुचित मुआवजा देने और घायलों के बेहतर इलाज सुनिश्चित करने की मांग की है।

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