Nisha Bangare Biography: कौन है एमपी की 'वायरल' Ex-SDM निशा बांगरे?

MP News: एमपी के छतरपुर जिले के लवकुश नगर की एसडीएम व डिप्टी कलेक्टर रहीं निशा बांगरे Nisha Bangre ने छुट्टी के लिए आवेदन दिया था किंतु उन्हें छुट्टी नहीं मिली तो उन्होंने अपना इस्तीफा दे दिया था।

Update: 2023-06-30 15:45 GMT

Ex SDM Nisha Bangre Biography In Hindi: एमपी के छतरपुर जिले के लवकुश नगर की एसडीएम व डिप्टी कलेक्टर रहीं निशा बांगरे Nisha Bangre ने छुट्टी के लिए आवेदन दिया था किंतु उन्हें छुट्टी नहीं मिली तो उन्होंने अपना इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफे में उन्होंने धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने की अनुमति नहीं मिलने से अपने मौलिक अधिकारों के हनन और धार्मिक भावनाओं से आहत होने की बात कही थी। जिनकी चर्चा पूरे मध्यप्रदेश में इन दिनों काफी जोरों से की जा रही है।

अवकाश नहीं मिला तो सौंपा इस्तीफा

छतरपुर जिले के लवकुश नगर की एसडीएम व डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे (SDM and Deputy Collector Nisha Bangre) ने 25 जून को आमला, बैतूल में अपने नए घर के उद्घाटन समारोह के दौरान सर्व धर्म प्रार्थना और धार्मिक कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए छुट्टी का आवेदन दिया था। किंतु उन्हें उक्त दिन का अवकाश देने से इंकार कर दिया गया था। गुरुवार 22 जून को अपने विभाग को निशा बांगरे ने एक पत्र लिखा जिसमें उन्होंने इस्तीफे की जानकारी दी। लेटर में उन्होंने जिक्र किया कि धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने की अनुमति नहीं मिलने से मौलिक अधिकारों के हनन और धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं।

11 देशों के मेहमानों को किया था आमंत्रित

बैतूल जिले के आमला में गत 25 जून को अंतरराष्ट्रीय सर्व धर्म शांति सम्मेलन (International All Religion Peace Conference) में शामिल होने के लिए निशा बांगरे ने अनुमति मांगी थी। कार्यक्रम का आयोजन गगन मलिक फाउंडेशन द्वारा आयोजित किया गया था किंतु तमाम बैनर पोस्टर पर निशा बांगरे का ही चेहरा था। विधानसभा क्षेत्र आमला में उन्होंने भ्रमण भी किया और आमजनों खासकर महिलाओं को कार्यक्रम में शामिल होने के लिए प्रेरित भी किया। प्रशासन द्वारा इस कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी गई थी। इस कार्यक्रम में श्रीलंका के न्याय मंत्री सहित 11 देश के मेहमानों को भी आमंत्रित किया गया था। कार्यक्रम में रविवार को श्रीलंका के न्याय मंत्री विजयदासा राजपक्षे भगवान बुद्ध की अस्थि कलश लेकर पहुंचे जिसे निशा बांगरे के आवास पर स्थापित कर प्रार्थना सभा का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम में बिना अनुमति विदेशी राजनयिकों को बुलाने के मामले में जिला प्रशासन द्वारा साक्ष्य जुटाया जा रहा है। ऐसे में यह कयास लगाए जा रहे हैं कि निशा बांगरे के खिलाफ कार्रवाई भी हो सकती है।

Who is Nisha Bangare: निशा बांगरे कौन हैं?

निशा बांगरे का जन्म मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले में हुआ। जहां इन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद गुरुग्राम स्थित एक मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी की। इसके बाद इन्होंने सिविल सर्विसेज की तैयारी की। वर्ष 2016 में एमपी में डीएसपी के पद पर इनका चयन हुआ। वर्ष 2017 में एमपी में डिप्टी कलेक्टर के पद चयनित हुईं। इनके पति मल्टी नेशनल कंपनी में अधिकारी हैं। इनका विवाह भी काफी चर्चा में रहा था क्योंकि इनके द्वारा संविधान को साक्षी मानकर विवाह किया गया था। इनके एक बेटा भी है जिसकी उम्र 3 वर्ष है। बैतूल के आमला क्षेत्र में निशा बांगरे की पहली पोस्टिंग थी। इस्तीफा देने से पहले वह छतरपुर जिले के लवकुश नगर में एसडीएम थीं।

राजनीति में उतरने की चर्चाओं का बाजार गर्म

एक ही झटके में प्रशासनिक सेवा से निशा बांगरे के नौकरी छोड़ने पर चर्चाओं का बाजार गर्म है। लोगों द्वारा कई तरह के कयास भी लगाए जा रहे हैं। खासतौर से उनके राजनीति में उतरने की चर्चाएं भी की जा रही हैं। सूत्रों के मुताबिक वह जनता की मांग पर चुनावी मैदान में उतरने मन भी बना रही हैं। निशा बांगरे का कहना है कि बैतूल में वह नौकरी करने के लिए पहुंची थीं। वहां के लोग उनसे बहुत ही आत्मीय लगाव रखते हैं। यदि भविष्य में कुछ समीकरण बनते हैं तो वह चुनावी मैदान में भी उतर सकती हैं। निशा बांगरे द्वारा मीडिया के सामने कई बार कहा भी गया है कि देश सेवा उनके लिए सर्वोपरि है।

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